अग्निशमन अधिकारी राजू खान ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 9.40 पर कंपनी में आग लगने की सूचना मिली। जिस पर तुरंत दमकल वाहन मौके पर भेजे गए। आग की विकरालता को देखते हुए आसपास के रेवाड़ी, तिजारा, खैरथल, बावल, अलवर, नीमराणा व बहरोड़ आदि क्षेत्रों से भी करीब 15 दमकल बुलाई गई। दमकलों ने कई फेरे लगाकर आग पर पानी डाल करीब 8-9 घंटे में आग को नियंत्रित किया । राजू खान ने बताया कि हेलमेट में प्रयोग किए जाने वाले थर्माकोल का भारी स्टॉक होने से आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका, जिससे पूरी कंपनी खाख हो गई।
कंपनी में रखे थर्माकोल के स्टॉक में आग लगने से उसका काला धुआं आकाश में छा गया। यह धुआं आसपास के चार-पांच किलोमीटर क्षेत्र में दिखाई दे रहा था। सभी कर्मचारी सुरक्षित निकाले
आग लगने के वक्त कम्पनी में करीब 300 कर्मचारी कार्यरत थे। आग को देखकर कुछ तो स्वयं ही भागकर बाहर निकल आए, वहीं बाकी कर्मचारियों को अग्निशमन दल द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया। किसी के हताहत या चोटिल होने की खबर नहीं है। समाचार लिखे जाने तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया था।
आग लगने के वक्त कम्पनी में करीब 300 कर्मचारी कार्यरत थे। आग को देखकर कुछ तो स्वयं ही भागकर बाहर निकल आए, वहीं बाकी कर्मचारियों को अग्निशमन दल द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया। किसी के हताहत या चोटिल होने की खबर नहीं है। समाचार लिखे जाने तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया था।