जानकारी के अनुसार गोरमी थाना के अकलौनी में शुक्रवार को प्रतिमा विसर्जन के दौरान यह हादसा हुआ. तालाब में डूबने से 18 वर्षीय शिवम सिंह उर्फ शिब्बू भदौरिया की मौत हो गई. शिब्बू गांव की टोली के साथ तालाब पर गया था. वह तैरकर प्रतिमा को बीच तालाब तक ले गया. वहां प्रतिमा विसर्जित करने के बाद लौटने के दौरान थक जाने से वह डूबने लगा।
तालाब के बीच से लौटने के दौरान जब वह थक गया और डूबने लगा तो उसने घबराकर बचाओ—बचाओ की आवाज भी लगाई. हालांकि वहां पर तेज आवाज में डीजे बज रहा था जिसके शोर में शिवम की आवाज तालाब किनारे खड़े अन्य लोगों को सुनाई नहीं दी। कुछ लोगों ने बताया कि वह करीब दो से तीन मिनट तक बचाने के लिए आवाज लगाता रहा।
कमरे में इस हाल में मिली अफसर की बीवी
शिवम की मौत की खबर सुनकर उसके भाई—बहन बिलखने लगे थे. उसके छोटे भाई और छोटी बहन का तो रो—रोकर बुरा हाल हो चुका है. वह भाई—बहन में सबसे बड़ा था. इस दुखद घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. इसके साथ ही विसर्जन के लिए जानेवालों की जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यदि डीजे का शोर नहीं होता तो शिवम को बचाया जा सकता था.