जानकारी के अनुसार मंजू पत्नी नारायण प्रजापति निवासी शिकारपुरा लहार को 13 जुलाई को प्रसव के लिए लाया गया था। महिला ने एक बेटा और एक बेटी को जन्म दिया। बच्चों के पैदा होने के उपरांत नर्स जब जुड़वा बच्चों को उसके पास दूध पिलाने के लिए ले गई तो उसने बच्चों को दूध नहीं पिलाया। लिहाजा अस्पताल प्रबंधन की ओर से दोनों बच्चों को गहन शिशु चिकित्सा इकाई में रखवाया गया।
नजर हटते ही महिला ने लगा दी दौड़ उल्लेखनीय है कि कुछ देर के लिए मंजू के परिजन जैसे ही बाहर गए तभी उसने अस्पताल बाहर निकलने के लिए दौड़ लगा दी। अस्पताल स्टाफ ने महिला को देखा तो उन्होंने सुरक्षागार्ड को सूचना की। वहीं परिजनों को भी अवगत कराया। इससे पहले कि महिला अस्पताल परिसर से बाहर निकल पाती उसे गेट के पास ही पकड़ लिया गया।
प्रताडऩा से तंग आकर छोडक़र जा रही थी प्रसूता मंजू के अनुसार नारायण प्रजापति उसे पश्चिम बंगाल से ब्याह कर लाया था। लहार के शिकारपुरा स्थित गांव में नारायण सिंह उसे शरीरिक व मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। ऐसे में महिला नन्हे नवजात बच्चों को भी छोडऩे पर आमादा हो गई।
कारण स्पष्ट नहीं है नवजात बच्चों को छोडक़र जाने के पीछे स्पष्ट कारण नहीं सामने नहीं आया है। महिला की मानें तो उसे पति से प्रताडि़त है। ऐसे में वह वापस अपने गांव जाने का मन बना रही है।
डॉ. अजीत मिश्रा, सीएमएचओ जिला अस्पताल भिण्ड
डॉ. अजीत मिश्रा, सीएमएचओ जिला अस्पताल भिण्ड