चिंता में आ गए किसान व्यापारियों द्वारा खरीदी से इनकार करने से कई किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें उभर आईं। किसानों का कहना था कि मंगलवार को पता चल जाता तो वे मंडी में अपनी उपज लेकर आते ही क्यों? किसानों और व्यापारियों के बीच विवाद और दोनों पक्षों की परेशानी सुनने के बाद मंडी प्रशासक और एसडीएम उदय सिंह सिकरवार, सीएसपी आनंद राय ने मंडी प्रांगण में व्यापारियों के साथ बैठक कर फिर से खरीदी शुरू कराने के लिए प्रयास किए। इस पर व्यापारियों ने उनके साथ हुई मारपीट पर विरोध प्रकट करते हुए कहा कि पहले हमें मंडी में खरीदी करते समय सुरक्षा की गारंटी दी जाए और कल की घटना को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।
सुरक्षा से समझौता नहीं व्यापारियों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि हम सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते। इस पर अधिकारियों ने मंडी खरीदी के समय 10 पुलिस जवानों की तैनाती कर सुरक्षा देने का आश्वासन दिया और व्यापारियों से मारपीट करने वालों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करने का भी भरोसा दिलाया। इसके बाद व्यापारियों ने पुलिस सुरक्षा में मंडी में किसानों की फसल की बोली लगाकर खरीदी शुरू कर दी।
किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे : विधायक विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने समस्याएं सुनी। उन्होंने किसानों को समझाया कि आपके साथ अन्याय नहीं होने देंगे। व्यापारियों को भी भरोसा दिलाया कि सुरक्षा का बंदोबस्त किया जाएगा। किसान और व्यापारी समन्वय बनाकर काम करें, जिससे किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न न हो सके। देहाता थाना प्रभारी ध्यानेंद्र सिंह ठाकुर के अनुसार व्यापारियों के साथ हुई मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।