जिले में एक बार फिर मानसून मेहरबान हुआ। शहर समेत जिले में रविवार आधी रात बाद झमाझम बरसात हुई। इससे सड़कें तलैया बन गई। ग्रामीण क्षेत्रों में नदी और नाले उफान पर आ गए। खाळ और नालों ने रास्ते रोक दिए। इससे आवागमन में दिक्कत हुई।
त्रिवेणी नदी में भी पानी की अच्छी आवक हुई। मानसून की मेहरबानी से उमस ने राहत दी है। शहर में सोमवार को दिनभर आसमान में बादलों का डेरा रहा। दिन में कई बार घटाएं भी छाई, लेकिन बरसे लौट गई। सर्वाधिक मांडल में 101, मेजा बांध पर 70, भीलवाड़ा में 65, मांडलगढ़ 61, सहाड़ा 47, गंगापुर-कोटड़ी 44 तथा शम्भूगढ़ में 35 मिलीमीटर वर्षा हुई।
तालाब में गल्ला, घरों व स्कूल में पानी, फसलें चोपट मांडल. मांडल तालाब में दस फीट पानी आ चुका है। थाबोला तालाब में गल्ला लग गया। मेलियास में नंदलाल दरोगा का कुआं धंस गया। गोपालद्वारा के पास राजकीय प्राथमिक विद्यालय में पानी भरने से विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ी। इंद्रा कॉलोनी के घरों में पानी आ गया। रायसिंहपुरा में तालाब टूटने से पानी कमला नहर से होते हुए देवाजी का खेड़ा व कोलीखेड़ा में आ गया। इससे फसलें चौपट हो गई।
बिजली गिरने से मौत बिजौलियां. उपखंड के केरखेड़ा में सोमवार शाम को बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। पुलिस के अनुसार केरखेड़ा निवासी मोजाराम गुर्जर (50) खेत में मवेशी चराने गया। रात तक घर नहीं लौटने पर परिजन तलाशते हुए खेत पर पहुंचे। वहां मोजाराम का शव झुलसी हालत में मिला। पुलिस को आशंका है कि बिजली गिरने से उसकी मृत्यु हुई।
बीस घंटे बाद मिला रामपुरिया के युवक का शव करेड़ा. राजसमंद जिले के अजीतगढ़ के तालाब में डूबे करेड़ा क्षेत्र के रामपुरिया निवासी युवक का शव सोमवार को बीस घंटे बाद मिल गया। रामपुरिया निवासी सोनू सालवी साथियों के साथ अजीतगढ़ पिकनिक मनाने गया। वहां तालाब में नहाते समय डूब गया। देर रात तक तलाश के बाद भी शव नहीं मिला। इस बीच, सोमवार सुबह गोताखोरों ने दुबारा तलाश की। दोपहर में शव तालाब में मिल गया। भीम थाना पुलिस शव को भीम चिकित्सालय ले गई। यहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।