शालीमार एक्सप्रेस में मुबंई से ईलाज कराकर लौट रहे अनुराग दर्शन का बैग छूट गया शालीमार एक्सप्रेस में मुबंई से ईलाज कराकर लौट रहे अनुराग दर्शन का बैग छूट गया। दरअसल यात्री ने अपने बैग की तरह मिलता जुलता कंडक्टर का बैग उठा लिया। एहसास होते ही वह रेलवे चौकी पहुंचा और महिला कर्मचारियों को घटना की जानकारी दी। महिला कर्मचारियों ने ड्यूटी से घर लौट रहे टीसी एल राव को बताया। उन्होंने वहीं अपना सामान रख बैग की अदला बदली होने की सूचना ट्रेन के टीसी को दी और फिर बैग रायपुर से वापस मंगाकर यात्री को लौटाया गया। तब तक टीसी अपने कक्ष ही बैठे थे।
ऐसी की सहायता
एल राव ने बताया कि टीसी उनके परिचित का था। उन्होंने कोच और बर्थ नंबर जानने के बाद तत्काल टीसी रंजन किरो से संपर्क किया।इसके बाद वह रायपुर स्टेशन के कैंटीन संचालक को बैग लेने कहा। बाद में वह बैग शिवनाथ एक्सपे्रेस से दुर्ग स्टेशन लाकर पीडि़त को सौंपा गया। वहीं टीसी का बैग अहमदाबाद एक्सप्रेस से चक्रधरपुर भिजवाया गया।
एल राव ने बताया कि टीसी उनके परिचित का था। उन्होंने कोच और बर्थ नंबर जानने के बाद तत्काल टीसी रंजन किरो से संपर्क किया।इसके बाद वह रायपुर स्टेशन के कैंटीन संचालक को बैग लेने कहा। बाद में वह बैग शिवनाथ एक्सपे्रेस से दुर्ग स्टेशन लाकर पीडि़त को सौंपा गया। वहीं टीसी का बैग अहमदाबाद एक्सप्रेस से चक्रधरपुर भिजवाया गया।
बैंग में थी दवाइयां
अनुराग दर्शन ने बताया कि उसकी मां कैंसर पीडि़त है। वह ईलाज के लिए मुबंई लेकर गया था। जो बैग ट्रेन में छूट गया था उसमें न केवल दवाइयां थी, बल्कि उसकी मां की केस हिस्ट्री का फाइल थी। ट्रेस्ट से लेकर अस्पताल की पर्ची और कुछ जेवर भी थे।
अनुराग दर्शन ने बताया कि उसकी मां कैंसर पीडि़त है। वह ईलाज के लिए मुबंई लेकर गया था। जो बैग ट्रेन में छूट गया था उसमें न केवल दवाइयां थी, बल्कि उसकी मां की केस हिस्ट्री का फाइल थी। ट्रेस्ट से लेकर अस्पताल की पर्ची और कुछ जेवर भी थे।
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