लॉकडाउन से काम हुआ धीमा
सालभर से हेमचंद विवि का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन इतने समय में सिर्फ एक फ्लोर भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। लॉकडाउन की वजह से मजदूरों की कमी और संक्रमण को देखते हुए बीच में काम रोक दिया गया था, जिसे अब दोबारा से शुरू कराया गया है। विवि अधिकारियों का कहना है कि पूरा प्रोजेक्ट करीब दो साल के आसपास पूरा होगा।
सालभर से हेमचंद विवि का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन इतने समय में सिर्फ एक फ्लोर भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। लॉकडाउन की वजह से मजदूरों की कमी और संक्रमण को देखते हुए बीच में काम रोक दिया गया था, जिसे अब दोबारा से शुरू कराया गया है। विवि अधिकारियों का कहना है कि पूरा प्रोजेक्ट करीब दो साल के आसपास पूरा होगा।
पोटिया में विवि की 40 एकड़ जमीन
प्रशासनिक भवन का निर्माण पोटियाकला दुर्ग में मिली 40.88 एकड़ जमीन पर हो रहा है। विवि को शासन ने पोटियाकला में जो जगह दी है, वह तीन तरफ से शनशान घाट से घिरी हुई है। यही नहीं विवि जिस जगह पर बनेगा, वह दुर्ग नगर निगम का ट्रेंचिंग ग्राउंड है। बीते दिनों हुए कार्यपरिषद की बैठक में सभी सदस्यों के सामने भी जमीन की वास्तिविक स्थिति दिखाई गई थी, जिसमें सभी ने इस पर आपत्ति जताई थी। यह जमीन यू शेप में टुकड़ों में बटी हुई है। ऊपर से लोलैंड होने और नाले की वजह से कैंपस में पानी भरने की संभावना रहेगी। कार्यपरिषद के सभी सदस्यों ने जगह बदल देने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। हालांकि विवि भवन बनाने का खर्च और जमीन को बर्बाद नहीं कर सकता इसलिए यहां प्रशासनिक भवन बनाने की ही तैयारी है। यूटीडी की प्लानिंग कहीं और होगी।
प्रशासनिक भवन का निर्माण पोटियाकला दुर्ग में मिली 40.88 एकड़ जमीन पर हो रहा है। विवि को शासन ने पोटियाकला में जो जगह दी है, वह तीन तरफ से शनशान घाट से घिरी हुई है। यही नहीं विवि जिस जगह पर बनेगा, वह दुर्ग नगर निगम का ट्रेंचिंग ग्राउंड है। बीते दिनों हुए कार्यपरिषद की बैठक में सभी सदस्यों के सामने भी जमीन की वास्तिविक स्थिति दिखाई गई थी, जिसमें सभी ने इस पर आपत्ति जताई थी। यह जमीन यू शेप में टुकड़ों में बटी हुई है। ऊपर से लोलैंड होने और नाले की वजह से कैंपस में पानी भरने की संभावना रहेगी। कार्यपरिषद के सभी सदस्यों ने जगह बदल देने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। हालांकि विवि भवन बनाने का खर्च और जमीन को बर्बाद नहीं कर सकता इसलिए यहां प्रशासनिक भवन बनाने की ही तैयारी है। यूटीडी की प्लानिंग कहीं और होगी।
20 करोड़ तक का प्राकलन
पोटियाकला में हेमचंद विवि का प्रशासनिक भवन बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने 20 करोड़ रुपए का प्राक्लन तैयार किया। इसके बाद शासन ने निर्माण कार्यों के लिए 14 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी। पहली किश्त के रूप में पीडब्ल्यूडी को 5 करोड़ रुपए सौंप दिए गए। विवि प्रशासन ने ही स्पष्ट किया है कि अभी तक निर्माण कार्य में करीब 1.72 करोड़ का खर्च हुआ है। यानी विवि ने भले ही अभी नई जगह तलाशने का निर्णय ले लिया, लेकिन इसमेंं निर्माण कार्य में काफी रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
पोटियाकला में हेमचंद विवि का प्रशासनिक भवन बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने 20 करोड़ रुपए का प्राक्लन तैयार किया। इसके बाद शासन ने निर्माण कार्यों के लिए 14 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी। पहली किश्त के रूप में पीडब्ल्यूडी को 5 करोड़ रुपए सौंप दिए गए। विवि प्रशासन ने ही स्पष्ट किया है कि अभी तक निर्माण कार्य में करीब 1.72 करोड़ का खर्च हुआ है। यानी विवि ने भले ही अभी नई जगह तलाशने का निर्णय ले लिया, लेकिन इसमेंं निर्माण कार्य में काफी रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
कुलपति ने शासन स्तर पर बात की डॉ. सीएल देवांगन, कुलसचिव, हेमचंद विवि ने कहा कि पोटियाकला में विवि के प्रशासनिक भवन का काम शुरू हो गया है। लॉकडाउन से काम प्रभावित हुआ है। नई जगह के लिए अभी निर्णय नहीं हुआ है। वैसे भी यह भवन काम में लिया जाएगा। नई जगह के बारे में कुलपति ने शासन स्तर पर बात की है।
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