भरतपुर

भरतपुर स्थापना दिवस: कार्यक्रम में दिखी ऐसी झलक

-भरतपुर का 288वां स्थापना दिवस मनाया, हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम

भरतपुरFeb 20, 2021 / 11:46 am

Meghshyam Parashar

भरतपुर स्थापना दिवस: कार्यक्रम में दिखी ऐसी झलक

भरतपुर. लोहागढ़ विकास परिषद के तत्वावधान में भरतपुर के 288वें स्थापना दिवस समारोह के सात दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन शुक्रवार को संस्थापक महाराजा सूरजमल की अश्वारोही प्रतिमा पर भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा, जिला कलक्टर नथमल डिडेल आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित कर उनकी स्मृति को नमन किया। रात्रि में विश्वप्रिय शास्त्री पार्क में सांस्कृतिक संध्या के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
यातायात चौराहा स्थित महाराजा सूरजमल स्मारक पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन भारत विकास परिषद मुख्य शाखा एवं फोर्टी की भरतपुर इकाई की ओर से संयुक्त रूप से किया गया। एडीएम (शहर) केके गोयल, नगर निगम की प्रथम पदेन महापौर सुमन कोली, भरतपुर जिला कुश्ती संघ के सचिव चुन्नी कप्तान, भारत विकास परिषद के संरक्षक कृष्ण कुमार, लोहागढ़ विकास परिषद के अध्यक्ष गुलाब बत्रा, कोषाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, जिला समन्वयक योगेश शर्मा, कार्यक्रम संयोजक अनुराग गर्ग, सुरेश चतुर्वेदी आदि ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये। अपने सम्बोधन में पुलिस महानिरीक्षक खमेसरा ने भरतपुर के स्थापना दिवस पर शहरवासियों को बधाई देते हुए सामाजिक समरसता बढ़ाने और स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में जनसहभागिता के विस्तार पर बल दिया। जिला कलक्टर डिडेल ने कहा कि भरतपुर जिला सम्भावनाओं से भरा-पूरा है जिसके समुचित दोहन की आवश्यकता है। यह वीर भूमि रही है जिसने अनेकानेक संघर्षों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए उन पर विजय हासिल की है। कृषि क्षेत्र में सरसों उत्पादन की दृष्टि से यह जिला अग्रणी है। परिषद के कोषाध्यक्ष ने शहर के मुख्य बाजारों की सजावट के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के उद्देश्य से नगर निगम की ओर से अगले वर्ष से पुरस्कार योजना आरम्भ करने का सुझाव दिया। उन्होंने परिषद के सचिव डॉ. प्रदीप चतुर्वेदी की ओर से प्रेषित संदेश का वाचन किया। संचालन विनय गर्ग ने किया। इससे पहले सभी ने श्रद्धालुओं के साथ बिहारीजी मंदिर में महाआरती की। देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त ने जिला कलक्टर को बताया कि दस करोड़ से अधिक लागत से नवनिर्मित मंदिर के शेष निर्माण कार्य दीपावली तक पूरा कराने के प्रयास किए जाएंगे। यह कार्य पूर्ण होने पर अस्थाई गर्भगृह से नवनिर्मित गर्भगृह में बिहारी जी की प्रतिमा पुन: प्रतिष्ठित की जाएगी। इसके पश्चात मंदिर परिसर का शेष विकास कार्य पूर्ण किया जायेगा। इसके लिए राज्य सरकार से अतिरिक्त बजट की मांग की है। जिला कलक्टर ने कहा कि मंदिर से लगती वन विभाग की भूमि पर पेड़-पौधे लगाकर इसे विकसित किया जाए।
कलश यात्रा एवं जनमहायज्ञ

महाराजा सूरजमल द्वारा फुलवारी स्थित जिस यज्ञ स्थल से भरतपुर की स्थापना का श्रीगणेश किया गया था वहां जेसीआई भरतपुर सखी समूह की अध्यक्ष शैली गर्ग की अगुवाई में महिलाओं ने रंगोली तथा पुष्पों से आकर्षक साज-सज्जा की। एडीएम प्रशासन बीना महावर, शहर पुलिस वृत्ताधिकारी सतीश वर्मा, पूर्व पार्षद गिरधारी तिवारी, पार्षद शैलेष पाराशर ने गायत्री परिवार के आचार्य श्रीराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पूजा-अर्चना की। अतिथियों के साथ परिषद के अध्यक्ष गुलाब बत्रा, कोषाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, जिला समन्वयक योगेश शर्मा, कार्यक्रम संयोजक अनुराग गर्ग, प्रमोद जैन, दिनेश पाराशर, कृष्ण कुमार शर्मा, गायत्री शक्तिपीठ के अध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता चामड़, ललित सिंघल ने भी भरतपुर के संस्थापक महाराजा सूरजमल के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
चित्रकला प्रतियोगिता में दिखाया उत्साह

विश्वप्रिय शास्त्री पार्क में शिक्षाविद् डॉ. दाउदयाल गुप्ता स्मृति चित्रकला प्रतियोगिता की गई। कोरोना जागरुकता विषय पर आयाजित इस प्रतियोगिता में तीन दर्जन से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। निर्णायक गिर्राजशरण सिंघल, प्रो. रमेश वर्मा एवं मोनिका ओझा ने विद्यार्थियों की ओर से बनाए गए चित्रों का बारीकी से परीक्षण कर विजेताओं के नाम घोषित किए। आर्य पब्लिक स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा निहारिका बंसल को 2100 रुपए की राशि का प्रथम पुरस्कार, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेड़ली गड़ासिया के 9वीं कक्षा के छात्र अश्विनी कुमार को 1500 रुपए का द्वितीय पुरस्कार तथा विवेकानंद पब्लिक स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र हेम को 1100 रुपए का तृतीय पुरस्कार देने की घोषणा की गई। इन विजयी प्रतियोगियों को समापन समारोह में पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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