दो घंटे तक परिवादी करते रहे जनसुनवाई का इंतजार अपनी समस्याओं को लेकर आए परिवादियों को ही करीब दो घंटे तक इंतजार कर परेशान होना पड़ा। क्योंकि संभागीय आयुक्त की जनसुनवाई का समय दोपहर 12 बजे निर्धारित किया गया था। ऐसे में परिवादी समय पर ही आ गए, लेकिन अधिकारी कलक्ट्रेट सभागार में ही बैठक करते रहे। करीब दो घंटे का समय गुजरने के बाद दोपहर दो बजे जनसुनवाई शुरू हो सकी।
-भरतपुर मेरा पैतृक जिला है। इसलिए मेरे मिलने वाले लोग यहां है और मेरा परिचय भी है। जिस गांव से पीडि़ता आई थी, वहां मेरे मिलने वाले भी निश्चित है लेकिन मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। यदि इस विवाद में मेरे परिचित लोगों ने मेरे नाम का दुरुपयोग किया है तो वह बिल्कुल गलत है और इस मामले की संबंधित उपखण्ड अधिकारी से पूरी जांच कराई जाएगी। इससे आगे से कोई भी व्यक्ति सार्वजानिक रूप से किसी अधिकारी का नाम नही ले सके।
बीना महावर
एडीएम प्रशासन
-जनसुनवाई की गयी थी और जहां तक एक एडीएम पर आरोप की बात है तो जिला स्तर के अधिकारी संवेदनशील हैं, जो अपनी मर्यादा व दायित्व का ध्यान रखते हैं फिर भी परिवादी ने जो शिकायत की है उसका काम करा दिया जाएगा।
प्रेमचंद बेरवाल
संभागीय आयुक्त