केस एक: मंदिर का अता-पता नहीं:
राशनकार्ड संख्या 007529200691 खाद्य विभाग की ओर से जारी है। यह राशनकार्ड मंदिर मुरली मनोहर रुदावल के नाम से जारी है। इसमें राशन कार्ड में उपभोक्ता स्वयं मुरली मनोहर हैं, जिनकी आयु भी 121 साल है। इस राशनकार्ड पर 30 दिसम्बर 2016 को साढ़े 11 लीटर केरोसिन उठाया गया है। यह मंदिर कहां है। इसकी आमजन को कोई जानकारी नहीं है। इस राशनकार्ड पर राधा-कृष्ण का फोटो लगा हुआ है।
केस दो: लगा है प्रतिमा का फोटो:
राशनकार्ड संख्या 007529200580 है। इसमें उपभोक्ता का नाम श्री ढंढार वाले हनुमानजी हैं। इस राशनकार्ड में कुल छह यूनिट है। इसमें मुखिया श्री ढंढार वाले हनुमानजी की आयु 81 साल एवं पिता का नाम केसरी है। इस राशनकार्ड पर भी 30 अक्टूबर 2016 को साढ़े छह लीटर, 24 नवम्बर 2016 को ढाई लीटर, 30 दिसम्बर 2016 को ढाई लीटर, 19 जनवरी 2017 को ढाई लीटर, 26 फरवरी 2017 को तीन लीटर एवं 22 मार्च 2017 को तीन लीटर केरोसिन का वितरण किया गया है। इस राशनकार्ड पर हनुमान जी की प्रतिमा का फोटो लगा हुआ है।
इस प्रकार से राशनकार्ड जारी नहीं हो सकता है और किसी ने किया है तो यह गलत है। ऐसा कैसे हुआ यह कहना मुश्किल है। राशनकार्ड काफी पहले जारी हुआ है। मामला मेरे संज्ञान में आया है। वसूली कर कार्रवाई के लिए रसद विभाग को लिखा जाएगा।
-दिव्या राठौर, विकास अधिकारी रूपवास।