हर साल विवाद…अस्थायी को ही स्थायी बता करते हैं जारी हकीकत यह है कि पिछले साल भी शिक्षकों की अस्थायी पात्रता सूची में मृतक, पदोन्नत, सेवानिवृत शिक्षकों के नाम शामिल करने का मुद्दा उठा था, संभाग में ऐसे करीब 100 से भी अधिक केस सामने आए थे। इसका नुकसान उन शिक्षकों को उठाना पड़ता है जो कि पात्रता रखते हैं। संबंधित कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की लापरवाही के कारण डीपीसी के नाम पर कर्मचारी को ही नुकसान उठाना पड़ता है। यही कारण है कि खुद की लापरवाही को छिपाने के लिए पहले तो विभाग की ओर से अस्थायी पात्रता सूची में संशोधन कर स्थायी पात्रता सूची जारी करने का दावा किया जाता है और बाद में उसे स्थायी बताकर इतिश्री कर दी जाती है।
केस नंबर एक देवेंद्र कुमार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चितौकरी सेवर में गणित विषय के अध्यापक के बतौर दिखा रहा है। जबकि यह शिक्षक यहां कभी रहा ही नहीं है। केस नंबर दो
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला परशुराम विज्ञान विषय की निर्मला वरिष्ठ अध्यापक के पद पर कार्यरत है। इनको भी इस पात्रता सूची में डीपीसी के योग्य माना गया है। केस नंबर तीन सरोज जाड़ीवाल बायोलॉजी की अध्यापक हैं, जो कि वर्ष 2003 से कार्यरत हैं। फिलहाल राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सेवर में हैं। इनका नाम भी इस पात्रता सूची में नहीं है। जबकि पात्रता के हिसाब से उनका नाम इस सूची में शामिल होना चाहिए था।
-पात्रता सूची संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा के स्तर पर ही निकाली जाती है। अगर कोई समस्या है तो संबंधित शिक्षक परिवेदना दे सकता हैं। उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
प्रेमसिंह कुंतल
डीईओ माध्यमिक मुख्यालय -ऐसा पहली बार नहीं है कि जब शिक्षकों की डीपीसी के नाम पर निकली अस्थायी पात्रता सूची में पात्र शिक्षकों को ही छोड़ दिया गया है। इससे पहले भी इस तरह की गड़बड़ी के मामले सामने आते रहे हैं। अंत में अस्थायी को ही स्थायी पात्रता सूची बताकर जारी कर दिया जाता है।
पवन शर्मा
प्रदेश संयुक्त मंत्री
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत
प्रेमसिंह कुंतल
डीईओ माध्यमिक मुख्यालय -ऐसा पहली बार नहीं है कि जब शिक्षकों की डीपीसी के नाम पर निकली अस्थायी पात्रता सूची में पात्र शिक्षकों को ही छोड़ दिया गया है। इससे पहले भी इस तरह की गड़बड़ी के मामले सामने आते रहे हैं। अंत में अस्थायी को ही स्थायी पात्रता सूची बताकर जारी कर दिया जाता है।
पवन शर्मा
प्रदेश संयुक्त मंत्री
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत