जानिए क्यों जरूरी है सीवरेज प्रोजेक्ट पूरा होना सीवेरज प्रोजेक्ट पिछले कई सालों से चल रहा है। इससे जैसे ही किसी कॉलोनी की सड़क बनती है तो मैनहॉल में पानी भरने के कारण उसे भी उखाड़ दिया जाता है। इससे एक ओर तो सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है तो दूसरी ओर करीब एक महीने तक वहां की जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि शहर के लगभग हर कॉलोनी में सीवरेज प्रोजेक्ट के कारण समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अब तक करीब सैकड़ों लोग सीवरेज प्रोजेक्ट में हो लापरवाही के कारण घायल हो चुके हैं।
भरतपुर का सब रीजनकल प्लान एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से अनुमोदित तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भरतपुर का सब रीजनल प्लान एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में अनुमोदित हो चुका है ऐसी स्थिति में सभी विभागों के अधिकारी विकास कार्यों से संबंधित कार्र्यों के प्रस्ताव तैयार कराकर बोर्ड को भिजवाएं ताकि ये प्रस्ताव समय पर स्वीकृत हो सकें। उन्होंने कहा कि एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में कार्य स्वीकृत कराने के लिए सबरीजनल प्लान पहले से ही स्वीकृत किया जा चुका है ऐसी स्थिति में आगरा रोड से मथुरा रोड तक बनने वाले 226 करोड़ रुपए की लागत के बाइपास निर्माण के अलावा विद्युत, फ्लाईओवर, शहर सौन्दर्यकरण, सड़कों का विकास, आरबीएम चिकित्सालय मेें चिकित्सा सुविधाएं, रीजनल पार्क बनाने, खेल गतिविधियां विकसित करने सहित अन्य कार्यों के प्रस्ताव भिजवाए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त एनसीआर बोर्ड को भरतपुर से यमुना एक्सपे्रस-वे तक की एक्सप्रेस सड़क बनाने के प्रस्ताव भी भिजवाएं। इसके बाद लोहागढ दुर्ग स्थित टाउन हॉल के पीछे नगर निगम की ओर से 75 लाख रुपए की लागत से बनने वाली चौपाटी स्थल का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने अवलोकन कर निर्देश दिए कि यह स्थल आकर्षक मनोरंजन स्थल के रूप में विकसित होना चाहिए जहां निर्धारित दरों पर खान-पान की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। इससे पूर्व रणजीत नगर स्थित कार्यालय पर जनसुनवाई की और अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।