अप्रैल में पांच तो मई में रहेंगे 11 मुहूर्त, 14 को अक्षय तृतीया भी जिनके घर अप्रेल, मई एवं जून में बेटे या फिर बेटी की शादी है उनकी चिंता बढ़ गई हैं। क्योंकि वे पहले ही बुकिंग आदि आवश्यकता के अनुसार कर चुके हैं, लेकिन अब नई गाइडलाइन की पालना के साथ शादियां करना चुनौती बना हुआ है। अप्रेल में सर्वाधिक शादियां रविवार 25 और 26 अप्रेल को हैं। वहीं, मई में शादियों के लिए मैरिज गार्डन की सर्वाधिक बुकिंग रविवार दो मई को है। बढ़ते संक्रमण के कारण प्रशासन की पाबंदी से इस बार कई त्योहार फीके रहेंगे। 13 अप्रेल को गुड़ीपड़वा, 14 अप्रेल को अम्बेड़कर जयंती, 21 अप्रेल को रामनवमी, 25 अप्रेल को महावीर जयंती पर हर साल होने वाले कार्यक्रम भी प्रभावित होंगे। शादी और तीज-त्योहार पर भी कोरोना के कारण असर पड़ेगा। कोरोना गाइडलाइन में तय सोशल डिस्टेंस भी मुश्किल होगी।
आठ मुहूर्त तो रविवार को आ रहे अप्रेल में विवाह के मुहूर्त 22, 25, 26, 27 और 30 के रहेंगे। मई में 1, 2, 3, 4, 7, 8, 22, 23, 24, 26, 30 के रहेंगे। जून में 5, 6, 19, 20, 24, 27, 30 के रहेंगे और जुलाई में 1, 2, 3, 4, 6 के मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद देवशयनी ग्यारस व देवताओं का शयनकाल होने की वजह से चार महीने के लिए सभी शुभ कार्यों पर विराम लग जाएगा। इस बीच में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे। इसी बीच आखातीज 14 मई की रहेगी, जिसे शास्त्रों के मुताबिक अबूझ मुहूर्त भी माना गया है।