बैंक बन रही विवादों का अखाड़ा हकीकत की बात करें तो सामने आया कि पिछले करीब तीन साल से यह बैंक भ्रष्टाचार के चक्कर में विवादों का अखाड़ा बनी हुई है। इसमें अगर दोनों ही पक्षों की जांच कराई जाए तो हकीकत सामने आ सकती है। क्योंकि बहुत सारे ऐसे प्रस्तावों के कारण गड़बड़ी की गई, जिनके कारण बैंक को ही नुकसान हुआ है। इन्हीं प्रस्तावों को छिपाने की आड़ में यह विवाद हो रहे हैं। यहां लंबे समय से भ्रष्टाचार की शिकायत की जाती रही है। इन्हीं शिकायतों से परेशान होकर खुद तत्कालीन जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने संचालक मंडल को भंग करने की सिफारिश तक कर दी थी।