असल में तहसील दिवस में मंगलवार को अचानक गधे वाली गाड़ी से दिव्यांग बन्नो व उसकी पत्नी अपनी समस्याओं को लेकर तहसील पहुंचे। गधागाड़ी में आने के पीछे कोई विरोध या अन्य वजह नहीं बल्कि उनकी मजबूरी थी। जब तहसीलदार राहुल यादव कुर्सी छोड़कर उनके पास पहुंचे और उनकी समस्या के बारे में पूछा तो बन्नो ने बताया कि वो व उसकी पत्नी दिव्यांग हैं। वो दोनों हमेशा इसी गधागाड़ी में घूमते हैं। इस पर एसडीएम ने तहसीलकर्मियों को तुरंत दिव्यांग बन्नो का आय प्रमाण पत्र बनाने के दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बैटरी चलित रिक्शा व अन्य मांगों को लेकर भी प्रार्थना-पत्र दिया। इस पर एसडीएम ने सरकारी योजना में लाभ दिलाने के लिए आश्वस्त किया।