भरतपुर में डाला जाएगा अगला महापड़ाव पंचायत में मानमंदिर के अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने किसान पंचायत में पारित प्रस्ताव को पढ़ते हुए ऐलान किया कि यह पंचायत सरकार व प्रशासन को 15 दिन का समय देती है कि अगर इस अंतराल में नगर व पहाड़ी तहसील में पड़ रहे आदिबद्री व कनकांचल के हिस्से को खनन मुक्त नहीं किया गया तो भरतपुर में किसानों, ब्रजवासियों व साधु संतों का अनिश्चितकालीन महापड़ाव डाला जाएगा। इसके परिणाम की जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी। किसान पंचायत में प्रमुख रूप से आदिबद्री महंत शिवराम दास, भूरा बाबा, साध्वी मधुबनी, सत्यप्रकाश यादव, सरपंच विजयसिंह, किसान यूनियन के पदाधिकारी राम सिंह, राम प्रताप सिंह, अरुण कुमार सिंह, निहाल, देवीराम, जीतराम, बदले सिंह, सूरजमल, एडवोकेट कुलदीप बैंसला, गोपाल दास, कृष्णदास बाबा, ब्रजकिशोर बाबा, कृष्ण चैतन्य, मुकेश शर्मा बाबा आदि उपस्थित थे।
इधर, रॉयल्टी वसूली को लेकर वर्चस्व की जंग पहाड़ी. रॉयल्टी वसूली का ठेका होने के साथ ही अब वर्चस्व की लड़ाई भी शुरू हो गई है। कोई अधिक रॉयल्टी वसूली की शिकायत कर रहा है तो कोई इसमें हिस्सेदार नहीं बन पाने के कारण खिलाफत में उतर आया है। नांगल क्रशर जोन व अन्य खनन क्षेत्र में काला कारोबार अब केंद्र बिंदु बना हुआ है। कानून का राज कम दबंगों, अपराधियों का राज चलता प्रतीत हो रहा है। थानों में झूठे मुकदमो की बाढ आ गई है। असहाय परिवादी की रिपोर्ट जांच में डाली जा रही है। पीडि़त की रिपोर्ट में नामजद आरोपी खुले में घूम रहे हैं। पुलिस प्रशासन जानते हुए अनजान बना बैठा है। चारागाह, वन सरक्षित पहाड़ों पर खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी लिए कहीं भागवत कथा तो कहीं जाम, धरना प्रदर्शन जारी है। इन दिनो रॉयल्टी एव सिलिकासेंड के ठेकेदारों के बीच घमासान मचा हुआ है। गत दिनों दोनों पक्षों मे मारपीट व लूटपाट के परस्पर मुकदमे गोपालगढ़ थाने मे दर्ज करा दिए है। इसमें खनिज विभाग, क्रशर संचालकों की भूमिका सदिंग्ध मानी जा रही है। जो लोडिंग पर्ची की आड़ में खनन सामग्री पर अधिक टैक्स वसूल रहे हंै। गोपालगढ़ एसएचओ पूरन सिंह ने बताया कि रॉयल्टी के समुन्द्र सिंह व सिलिकासेन्ड के दौलतसिंह ठेेकेदार के परस्पर मुकदमे दर्ज हो चुके है। रिपोर्ट दर्ज कराने से किसे रोक सकते हंै। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाही की जाएगी।