भदोही. रिश्तेदार का मकान और अन्य संपत्ति कब्जा करने के मामले में आगरा जेल में निरूद्ध ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के मुकदमों की पैरवी कर रही उनकी अधिवक्ता बेटी रीमा पांडे ने खुद की जान का खतरा बताते हुए गृह मंत्री को पत्र भेजकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले रिश्तेदार से उनकी जान को खतरा है।
विपक्षियों द्वारा उनका पीछा भी किया जाता है और मामले में पैरवी न करने का दबाव भी बनाया जाता है। गृह मंत्री को भेजे गए पत्र में रीमा पांडे का आरोप है कि उनके पिता पर फर्म कब्जा करने का आरोप लगाने वाले कृष्ण मोहन तिवारी फर्म में सिर्फ 40 फ़ीसदी के हिस्सेदार हैं। 60 फ़ीसदी में उनकी मां रामलली मिश्रा की हिस्सेदारी 40 फ़ीसदी जबकि एक अन्य अशोक मिश्रा की 20 फ़ीसदी हिस्सेदारी है। इसके बावजूद इन सभी तथ्यों को छुपाते हुए कृष्ण मोहन तिवारी ने उनके पिता के खिलाफ मामला दर्ज कराया। जिसे लेकर उन्हें जेल में निरुद्ध किया गया है और उस मामले की वह लगातार अधिवक्ता होने के कारण पैरवी कर रहीं हैं। उनकी पैरवी से विपक्षी रिश्तेदार घबराए हुए हैं और उनका लगातार पीछा करते हैं। रीमा पाण्डेय ने इससे अपी जान को खतरा है।
उनका का कहना है कि अगर उन्हें कुछ भी होता है तो उसके लिये जिम्मेदार कृष्ण मोहन तिवारी और उनका परिवार होगा। रीमा पांडेय ने गृह मंत्री से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए सुरक्षा की मांग की है। गौरतलब हो कि रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने विजय मिश्रा के खिलाफ मकान और अन्य संपत्ति कब्जा करने का मामला दर्ज कराया था इस मामले में वह आगरा जेल में निरुद्ध हैं।
By Mahesh Jaiswal