पांच सौ की जाति नहीं हो रही प्रमाणित

पांच सौ से अधिक आवेदक कतार में-जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाने से आवेदक परेशान, कर्मचारी के अवकाश पर होने से बढ़ी संख्या

<p>पांच सौ की जाति नहीं हो रही प्रमाणित</p>
ब्यावर. जाति प्रमाण पत्र बनवाने के आवेदकों की संख्या पांच सौ के पार हो गई है। जाति प्रमाण पत्र बनाने के आवेदन की संख्या बढ़ रही है। इन आवेदनों का निस्तारण नहीं हो पाने से आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आवेदक ई-मित्र व तहसील के बीच चक्कर काट रहे है। जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए वांछित दस्तावेज की सही जानकारी नहीं मिल पाने से भी आवेदक परेशान हो रहे है। जानकारी अनुसार तहसील कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए करीब पांच सौ से अधिक आवेदन कतार में है। जाति प्रमाण पत्र बनाने वाली शाखा के कर्मचारी के अवकाश पर होने के कारण काम अटका पड़ा है। इस समस्या के समाधान को लेकर अब तहसील प्रशासन ने उपखंड प्रशासन को पत्र लिखा है। व्यवस्था को बेहतर करने के लिए अन्य कर्मचारी के आदेश हुए है। उस कर्मचारी के काम नहीं संभाल पाने के कारण जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम शुरु नहीं हो सका है।
पिता का जाति प्रमाण पत्र जरुरी?

जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पिता का जाति प्रमाण पत्र होना या जाति संबंधित अन्य दस्तावेज होना जरुरी है। आवेदन के दौरान यह संलग्न करना आवश्यक होता है। यह प्रमाण पत्र नहीं होने पर जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाता है। आवेदक अपने भाई व ***** का जाति प्रमाण पत्र लगा देते है लेकिन वों मान्य नहीं होने से उन्हें चक्कर लगाने पड़ रहे है।जन आधार में संशोधन भी नहीं आसान..जन आधार कार्ड में संशोधन करवाने के आवेदन भी कई लंबित चल रहे है। इसके लिए आवेदको को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गौरव चौरोटिया ने बताया कि जन आधार कार्ड में संशोधन के प्रकरण लंबित चल रहे है। इनका समय पर निस्तारण नहीं हो पा रहा है। प्रथम स्तरीय, द्वितीय एवं तृतीय स्तर पर यह प्रकरण लंबित चल रहे है।
इनका कहना है…

जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम चल रहा है। कर्मचारी के बीमार होने से देरी हुई है। इसके लिए उपखंड अधिकारी को पत्र लिखा है। इसके लिए दूसरा कर्मचारी लगाया है। जल्द ही जाति प्रमाण पत्र बनाने की व्यवस्था को सुचारु कर दिया जाएगा।
-प्रदीपकुमार, तहसीलदार
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