आउटडोर बढ़ा, मास्क पहने दूरी बनाएं नजर आए लोग

अमृतकौर चिकित्सालय का आउटडोर बढ़ा, लॉक डाउन से पहले आउटडोर छह सौ करीब था जो अब बढ़कर नौ सौ के करीब पहुंचा, सामाजिक दूरी का रख रहे ध्यान, हर व्यक्ति नजर आ रहा मास्क में

<p>आउटडोर बढ़ा, मास्क पहने दूरी बनाएं नजर आए लोग</p>
ब्यावर. लॉक डाउन-4 के बाद छूट मिलने के बाद अमृतकौर चिकित्सालय का आउटडोर बढ़ा है। जहां लॉक डाउन-4 से पहले आउटडोर करीब छह सौ का था। जो गुरुवार को आउटडोर नौ सौ के करीब पहुंच गया। अस्पताल के आउडटोर पर अब कतार नजर आ रही है। हर व्यक्ति मास्क पहने हुए है। हालांकि अधिकांश लोग गुलीबंद का मास्क बनाकर पहने नजर आए। पर्ची काउंटर पर लोग सामाजिक दूरी का ध्यान रखे हुए हैं। आउटडोर पर्ची काउंटर पर दो दिन से कतार बढ़ी है। पर्ची काउंटर पर पर्ची काट रहे कार्मिक का कहना है कि पिछले दिनों की अपेक्षा आज संख्या अधिक है। यहां पर मरीज व परिजन बदली परिस्थितियों में कोरोना के साथ जीने के सलीके को दिनचर्या में ढालते नजर आए। इस दौरान ही सुमेल निवासी मदन पर्ची काउंटर पर पहुंचता है। उसने मास्क लगा रखा है। जानकारी चाहने पर उसने दूर से ही बताया कि मुम्बई से आने के कारण जांच के लिए पर्ची कटवाई। इसके बाद चिकित्सक के पास जाकर स्क्रीनिंग करवाई। इस दौरान एक युवक बालक को गोद में लेकर आता नजर आया। युवक से नाम पूछा तो राहुल बताया। उन्होंने बताया कि वों गढी थोरियान का रहने वाला है। बेटे के फ्रेक्चर हो गया। पहले कच्चा पट्टा बांधा था। आज पक्का पट्टा बंधवाने आया हूं। अस्पताल आने में कोई परेशानी नहीं आई। आने के दौरान गाइड लाइन की पालना पर हमेशा ध्यान दिया। राहुल से बात करके जैसे ही मुख्य द्वार की ओर बढ़ा तो सामने दो युवक एक जने को हाथों में उठाकर ला रहे थे। उसको देखते ही ट्राली बॉय ट्रॉली लेकर पहुंचा एवं उस पर सुलाया। जानकारी चाहने पर बताया कि कोटडा निवासी बिरमसिंह है। जो खेत पर काम कर रहा था। इस दौरान सांप ने डस लिया। इसको तत्काल लेकर अस्पताल पहुंचे है। बिरमसिंह को चिकित्सक कक्ष में पहुंचे। जहां से उसके दवा लिखवाकर वार्ड में ले गए। इसके बाद आर्थो आउटडोर की पहुंचे तो एक बीमार व्यक्ति को दो जने एक्सरे कक्ष की ओर ले जा रहे थे। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिन से बीमार चल रहे है। कोरोना को लेकर सावधानी रखनी है लेकिन उपचार तो करवाना ही है। यहां से निकलकर आइसोलेशन वार्ड की ओर गए तो बाहर खड़े लोग नजर आए। इनसे पूछने पर बताया कि वों से प्रवासी श्रमिक है। जो प्रदेश से बाहर कमाने गए हुए थे। लॉक डाउन के बाद वापस अपने घर आए है। सावधानी बरतते हुए पहले स्क्रीनिंग एवं जांच करवा रहे है। ताकि आवश्यकता होने पर समुचित उपचार मिल सके। अस्पताल के आउटडोर, ट्रोमा वार्ड, सीसीयू वार्ड, चिकित्सक कक्ष, आर्थो आउटडोर, पैथोलोजी लैब एवं आइसोलेशन वार्ड का गुरुवार को लॉक डाउन-4 के बाद स्थितियों का अवलोकन किया। इस दौरान सबसे बडी बात जो निकलकर आई कि इसमें नर्सिग कर्मचारी, फार्मोसिस्ट, चिकित्सक पूरी तरह से सजग एवं गणवेश में नजर आए। हालांकि आम दिनों में इसकी अनदेखी होना सामान्य बात है। ऐसे ही बाहर मेडिकल स्टोर पर भी फार्मासिस्ट व हेल्पर मास्क, दस्ताने पहने नजर आए।
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