आंवले का प्रयोग : विटामिन-सी की कमी से बाल संबंधी समस्याएं होती हैं। ऐसे में आंवले का नियमित प्रयोग करें। ताजा आंवले को कसकर इसका रस पीने के अलावा इसे सब्जी बनाकर या मुरब्बे के रूप में खा सकते हैं। आंवला न मिले तो इसका चूर्ण डॉक्टरी सलाह से लें। यह 12 माह पंसारी की दुकान पर मिल जाता है।
सिर की तेल मालिश: इन दिनों बालों को खुला रखने का फैशन बढ़ गया है। लड़कियां तेल की मालिश नहीं करतीं। जिससे बालों की जड़ों को पोषण नहीं मिलता व बाल झडऩे लगते हैं। यदि दिनभर में चिपचिपे बाल नहीं चाहतीं तो रात के समय नारियल, तिल्ली या सरसों के तेल को गुनगुना गर्म कर इससे मालिश करें। सुबह बालों को धो लें।
यह मिश्रण मददगार : 40 से कम उम्र के लोग बालों को नेचुरली काला करने के लिए आंवला, काले तिल व भृंगराज को समान मात्रा में लेकर कूटें। इसमें चीनी का बूरा मिलाकर 20-20 ग्रा. सुबह शाम लें। लेकिन जिन्हें जुकाम है वे पहले इस समस्या को ठीक करें, उसके बाद ही इसे लें।
नाक में षढ़बिंदु तेल : नाक में षढ़बिंदु और अरुण तेल की 4-4 बूंदें डालने से जुकाम से तो राहत मिलती है साथ ही इसकी महक बालों को जड़ से मजबूती देती है। यदि ये तेल उपलब्ध न हों तो सरसों या घी को नाक में हल्का सा लगाकर सूंघने से भी फायदा होता है।