चेहरे की रंगत निखारें प्रकृति के साथ

हमारी साथी और चिकित्सक है प्रकृति। इसके अनमोल खजाने में उन जड़ी-बूटियों का भंडार है, जो हमारे लिए वरदान हैं। रंगरूप की देखभाल में ….

<p>Face color </p>

हमारी साथी और चिकित्सक है प्रकृति। इसके अनमोल खजाने में उन जड़ी-बूटियों का भंडार है, जो हमारे लिए वरदान हैं। रंगरूप की देखभाल में प्राकृतिक साधनों का सहारा लिया जाए तो त्वचा खिल जाती है।


सौंदर्य के लिए महिलाएं अक्सर मुल्तानी मिट्टïी का प्रयोग करती हैं। यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो चेहरे की सफाई के लिए मुल्तानी मिट्टïी का प्रयोग करें। इसमें गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। 10-15 मिनट बाद मुंह धो लें। रूखी त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टïी में शहद और ग्लिसरीन मिलाना जरूरी है वर्ना त्वचा ज्यादा खुश्क हो सकती है।


मसूर की दाल रात को पानी में भिगो दें। सुबह इसे कच्चे दूध में पीसकर पेस्ट बना लें। अब इसे मुंह पर लगाकर चेहरे को रगड़ें। नियमित त्वचा में निखार आएगा।

थोड़े से आटे में सरसों का तेल व हल्दी मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट की लोई बना कर चेहरे पर रगड़ें। इससे त्वचा की रंगत में निखार आता है।

शहद से भी चेचक के निशान सहित कई प्रकार को हटाने के रूप में जाना जाता है। अगर आपके चेहरे पर मुहांसे या चेचक के दाग पड़े हुए हैं तो, इस मास्क के नियमित रूप पर लगाने से गायब होने लगेंगे।


अगर शरीर में टॉक्सिन्स यानी विषैले पदार्थों की मात्रा बढ़ी हुई है तो त्वचा पर कील, मुंहासे और झुर्रियां आने लगती हैं। इन्हें दूर करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। ज्यादा मिर्च-मसाले, तली हुई चीजों से परहेज करें। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, सरसों, कच्चा प्याज और बथुए की सब्जी बनाकर खाएं। ये सब्जियां हमारे पाचनतंत्र को दुरुस्त रखती हंै और पेट की सफाई करने का काम करती हैं।

यदि असमय ही झुर्रियां नजर आने लगेें तो मड पैक यानी मिट्टी का लेप लगाएं। इस पैक को पूरे शरीर पर लगाकर आधा घंटा लगे रहने दें और बाद में ठंडे पानी से स्नान करें। इससे रोमछिद्र खुलते हैं, शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और त्वचा मुलायम बनती है।

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