धोबहट गांव निवासी राजेश यादव और जगदीश यादव के बीच खेत की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष अपनी-अपनी दावेदारी करते चले आ रहे थे। चार दिन पहले एक पक्ष ने खेत में बोई गई चरी काट लिया, जिसको लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद तनाव और बढ़ गया। रविवार को राजेश अपने भाई उमेश के साथ टांडा पुल के पास सरयू नदी में नहाने गए थे।
लौटते समय पुल के नजदीक जगदीश के साथ चार-पांच लोग मिल गए। दोनों पक्षों में फिर कहासुनी शुरू हुई, जो बढ़कर मारपीट में तब्दील हो गई। इस मारपीट की घटना में राजेश गंभीर रूप से घायल हो गया। शोरगुल होने पर राजेश के बेटे अम्बिका, भाई दिनेश व योगेन्द्र भी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों में हुए खूनी संघर्ष में आधा दर्जन के घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने खून से लथपथ राजेश को जिला अस्पताल भेज दिया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घायलों में उमेश, अम्बिका, दिनेश, योगेन्द्र, जगदीश व चन्द्रहास शामिल हैं।
मृतक राजेश यादव तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। छोटे भाई दिनेश व उमेश के साथ खेती-बारी कर परिवार का जिम्मा संभालते थे। राजेश की छह संतानें हैं। चार बेटे बजरंग प्रसाद (22वर्ष), अम्बिका (20 वर्ष), अरविन्द (14 वर्ष), विकास (11वर्ष) व बेटी कविता (19 वर्ष) और दिव्या (17 वर्ष) हैं। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
By Satish Srivastava