बता दें कि कुदरहा ब्लॉक के किसानों के खेत सरयू नदी में समा गए है और नदी के समीप पानी के बहाव को रोकने के लिए बाढ़खण्ड विभाग से ठोकर निर्माण कराया जा रहा है, जिससे किसानों को खेती करने के लिए जमीन नहीं बच रहा है। किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष सरकार ने हम सब किसानों के जमीन का सर्किल रेट से 4 गुना मुआवजा दिया था और अब हम किसानों के हक पर सरकारी अधिकारी रोक लगा रहे है। किसानों का कहना है कि हमारे जमीनों का सर्किल रेट से 1 गुना मुआवजा देने की विभाग बात कर रहा है, जो हम किसानों को मंजूर नही है। किसान अपने हक का 4 गुना मुआवजा लेने के लिए धरना प्रदर्शन व आंदोलन को तैयार हैं ।
किसानों ने अपने क्षेत्रीय विधायक के ऊपर अपना गुस्सा उतारा और कहा कि अगर हम किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो कलवारी- धनघटा रोड पर प्रदर्शन कर सड़क को जाम कर देंगे। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक जी चुनाव जीतने के बाद अभी तक हम किसानों के गांव में नहीं दिखे है।
वहीं इस मामले में जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन से बात ने कहा कि यह बात मेरे संज्ञान में आया है, इसके लिए हमने बाढ़खण्ड के अधिकारी से बात की है, पूरी जानकारी मांगी गई है कि कितने किसान बैनामा कर चुके हैैं और कितने किसान बैनामा नहीं कर रहे हैै, उनकी मांग सर्किल रेट से 4 गुना है। इसमें हम सब लोगों को यह भी देखना है कि किसानों की जमीन भी खरीद ली जाये और सरकार की परियोजनाएं भी पूर्ण हो जाए। अगर प्रशासन किसानों की जमीन खरीद करने में पूरा पैसा लगा देते हैं तो परियोजनाए पूर्ण नहीं हो पायेगाी और हम इस मामले में किसानो से बात करके कुछ न कुछ हल निकाल लेंगे ।
BY- SATISH SRIVASTAVA