थानाधिकारी बृजमोहन कविया ने बताया कि पत्थरों की टाइलों से भरा एक टे्रलर गुजरात से भरतपुर की ओर जा रहा था। फागी रोड पर आईओसी प्लांट के पास शुक्रवार सुबह घुमाव पर वह अनियंत्रित होकर पलट गया। इस दौरान वार्ड 2 निवासी गोविन्दी (45) पत्नी चंदालाल कोली मजदूरी के लिए घर से निकली थी। घर से कस्बे तक सड़क पर पैदल ही जा रही थी। इस दौरान ट्रेलर के पलटने से गोविन्दी टाइलों के नीचे दब गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को टाइलों के नीचे से निकालकर तुरन्त 108 एम्बुलेंस की मदद से स्थानीय सैटेलाइट अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
यातायात हुआ अवरूद्ध–
बीच सड़क पर हुए हादसे से सड़क पर बिखरी टाइलों व पलटे ट्रेलर ने आवागमन अवरूद्ध कर दिया। जिससे वहां वाहनों की कतार लग गई। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रेलर को सड़क से हटवाकर टाइलों का मलबा हटवाया और यातायात सुचारू करवाया। मृतका के भाई कैलाश महावर निवासी निमड़ी वाली ढाणी वार्ड एक चाकसू ने थाने में ट्रेलर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने ट्रेलर को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
बीच सड़क पर हुए हादसे से सड़क पर बिखरी टाइलों व पलटे ट्रेलर ने आवागमन अवरूद्ध कर दिया। जिससे वहां वाहनों की कतार लग गई। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रेलर को सड़क से हटवाकर टाइलों का मलबा हटवाया और यातायात सुचारू करवाया। मृतका के भाई कैलाश महावर निवासी निमड़ी वाली ढाणी वार्ड एक चाकसू ने थाने में ट्रेलर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने ट्रेलर को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
एक माह में ही गम में बदली खुशियां —
मृतका के पति की करीब 20 वर्ष पहले पारिवारिक झगड़े में मौत हो गई थी। तब से वह मजूदरी करके परिवार का पालन कर रही थी। उसके बड़े बेटे गोपाल की गत 8 नवम्बर को ही शादी हुई थी। शादी को एक माह भी नहीं हुआ था कि गोपाल के सिर से मां का साया भी उठ गया। पुत्रवधु का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं छोटा बेटा हजारी पढ़ाई कर रहा है। गोपाल भी मां के साथ मजदूरी का कार्य करता था। गोविन्दी की मौत के बाद परिवार सदमे में है।
मृतका के पति की करीब 20 वर्ष पहले पारिवारिक झगड़े में मौत हो गई थी। तब से वह मजूदरी करके परिवार का पालन कर रही थी। उसके बड़े बेटे गोपाल की गत 8 नवम्बर को ही शादी हुई थी। शादी को एक माह भी नहीं हुआ था कि गोपाल के सिर से मां का साया भी उठ गया। पुत्रवधु का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं छोटा बेटा हजारी पढ़ाई कर रहा है। गोपाल भी मां के साथ मजदूरी का कार्य करता था। गोविन्दी की मौत के बाद परिवार सदमे में है।