कोरोना संक्रमण के चलते विजय दशमी पर रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पथ संचलन नहीं निकला। शस्त्र पूजन का कार्यक्रम भी बहुत सूक्ष्म रखा गया। संघ से जुड़ी शाखाओं में अलग—अलग शस्त्र पूजन किया गया। वहीं विश्व हिंदू परिषद कार्यालय में दुर्गा वाहिनी की ओर से शस्त्र पूजन किया गया।
आरएसएस के मुख्यालय नागपुर में भी शस्त्र पूजन का संक्षिप्त कार्यक्रम हुआ। इस दौरान आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत का संबोधन हुआ, जिसे वर्चुअल तरीके से पूरे देशभर में सुना गया। भागवत ने कहा कि यह हमारा स्वभाव है कि हम सभी से मित्रता चाहते हैं, लेकिन हमारी सद्भावना को दुर्बलता मानने की हिम्मत न करें। अपने शक्ति प्रदर्शन से भारत को कोई देश नचा नहीं सकता या झुका नहीं सकता है। जयपुर प्रांत में भी संघ से जुड़ी शाखाओं में प्रचारक और स्वयंसेवकों ने पारंपरिक तरीके से शस्त्र पूजन किया गया। गौरतलब है कि विजयदशमी पर पूरे देशभर में संघ की ओर से पथ संचलन निकाला जाता है।
वहीं विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भी भारत माता मंदिर में भी शस्त्र पूजन का कार्यक्रम किया। यहां विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक तरीके से शस्त्र पूजन कर एक दूसरे को विजयदशमी पर्व की शुभकामनाएं दी। यह कार्यक्रम दुर्गा वाहिनी की ओर से आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में दुर्गा वाहिनी से जुड़ी बहने शामिल हुई।