इसके अलावा बीते तीन दिन में राजधानी जयपुर का औसत प्रदूषण का स्तर 150 के मुकाबले 110 एक्यूआई के आसपास दर्ज किया गया। इसके अलावा कोटा, जोधपुर, पाली, उदयपुर में औसत प्रदूषण का स्तर 30 फीसदी कम होकर 90 एक्यूआई के आसपास दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा अब भी प्रदूषण भिवाड़ी में अधिकतम 300 और औसत 186 एक्यूआई बीते 48 घंटे में दर्ज किया गया। हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि प्रदूषण का स्तर तापमान बढ़ने के साथ क्या नए रिकॉर्ड मार्च के अंतिम दिनों और अप्रेल में तोड़ेगा।
हुई तापमान में मामूली गिरावट:
प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते एक बार फिर मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है। हालांकि इससे पहले प्रदेश में बेमौसम बारिश ने किसानों की खड़ी फसल के साथ उनके अरमानों को भी तहस नहस कर दिया है। बारिश और ओलावृष्टि के बाद प्रदेश में तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट आई है। मौसम विभाग की ओर से कुछ जगहों पर बारिश और ओलावृष्टि के लिए अलर्ट जारी किया है।
बढ़ेगा पारा:
प्रदेश में एक बार इस सप्ताह से सूर्यदेव के तेवर सोमवार से तीखे होना शुरू होंगे। इसके साथ ही दिन के और रात के तापमान में चार डिग्री तक बढ़ने के आसार रहेंगे। आज दोपहर तक जयपुर, कोटा, अलवर, करौली, धौलपुर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में तेज गर्जना के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। वहीं सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश से खत्म होने के आसर हैं।
प्रमुख जगहों का तापमान:
प्रदेश में शनिवार रात को सबसे कम तापमान मांउटआबू का 8.4 डिग्री सेलिसयस रहा। वहीं सीकर का पारा 15.8, जयपुर का पारा 19.6, पिलानी का 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं दिन का सबसे अधिक पारा पाली का 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चित्तौड का पारा 35, जैसलमेर का पारा तीन डिग्री लुढककर 32.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बाडमेर का पारा 34.8, भरतपुर का 34.9, जयपुर का 32.2, सीकर का 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।