यह भी जानिए..
प्रथम चरण के लिए पंजीयन शुल्क का भुगतान (100) चालान, निर्धारित बैंको की इंटरनेट बैकिंग सुविधा से ही मान्य होगा। छात्राओं का प्रथम चरण के लिए पंजीयन निशुल्क रहेगा।
उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार एमपी बोर्ड, सीबीसीई और ओपन बोर्ड से 12 उत्तीर्ण आवेदक के दस्तावेज पोर्टल से आनलाइन वेरीफाई होंगे। वेरीफाई नहीं होने की दशा में ही दस्तावेजों का सत्यापन करना होगा।
कोविड से अनाथ हुए बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
विद्यार्थी का अधिकतम सात महाविद्यालयों का चयन किया जा सकता है।
नवीन सत्र 2021-22 में उच्च शिक्षा द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सभी नवीन प्रवेशित विद्यार्थियों को यह सुविधा प्रदान की गई है कि वह दो अनिवार्य विषयों के अतिरिक्त तृतीय विषय के रूप में एक वैकल्पिक विषय का चयन कर सकता है।
मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार कोविड के नियमों का पालन करना अतिआवश्यक है।
प्रथम चरण के लिए पंजीयन शुल्क का भुगतान (100) चालान, निर्धारित बैंको की इंटरनेट बैकिंग सुविधा से ही मान्य होगा। छात्राओं का प्रथम चरण के लिए पंजीयन निशुल्क रहेगा।
उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार एमपी बोर्ड, सीबीसीई और ओपन बोर्ड से 12 उत्तीर्ण आवेदक के दस्तावेज पोर्टल से आनलाइन वेरीफाई होंगे। वेरीफाई नहीं होने की दशा में ही दस्तावेजों का सत्यापन करना होगा।
कोविड से अनाथ हुए बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
विद्यार्थी का अधिकतम सात महाविद्यालयों का चयन किया जा सकता है।
नवीन सत्र 2021-22 में उच्च शिक्षा द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सभी नवीन प्रवेशित विद्यार्थियों को यह सुविधा प्रदान की गई है कि वह दो अनिवार्य विषयों के अतिरिक्त तृतीय विषय के रूप में एक वैकल्पिक विषय का चयन कर सकता है।
मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार कोविड के नियमों का पालन करना अतिआवश्यक है।