लॉकडाउन ‘बेअसर, बाड़मेर में नहीं तोड़ पाया कोरोना की चेन

– जिला प्रशासन बाड़मेर शहर में दो बार लगा चुका कफ्र्यू-दो बार के 7-7 दिनों के कफ्र्यू में बाड़मेर में बढ़े 472 पॉजिटिव-लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में मिलते रहे संकमित

<p>लॉकडाउन &#8216;बेअसर, बाड़मेर में नहीं तोड़ पाया कोरोना की चेन</p>
बाड़मेर. बाड़मेर में प्रशासन की ओर से लगाया गया लॉकडाउन कोरोना की चेन को तोडऩे में सफल नहीं हो पाया। शहर में दो बार स्थानीय स्तर पर सात-सात दिन का कुल 14 दिनों तक लॉकडाउन लगाया गया। लेकिन दोनों बार भी स्थिति यह रही कि लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में भी संक्रमित मिलते रहे।
बाड़मेर शहर में प्रशासन की ओर से दो बार लॉकडाउन लगाया गया जिससे कोरोना की चेन को ब्रेक किया जा सके। विशेषज्ञों के अनुसार मास्क व सोशल डिस्टेंस के साथ लॉकडाउन कोरोना की चेन को तोडऩे का उपाय है। इसलिए शहर में मामले बढऩे लगे तो प्रशासन ने कफ्र्यू लगाकर जीरो मोबिलिटी घोषित की। इसमें एक बार कुछ क्षेत्र में लॉकडाउन लगाया गया। जिससे संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। जबकि पहली बार पूरे शहर में ही लॉकडाउन लगा था। दोनों बार 7-7 दिनों तक लॉकडाउन चला।
ब्रेक द चेन नहीं कर पाया लॉकडाउन
बाड़मेर शहर में कोरोना की चेन को तोडऩे के लिए पहली बार स्थानीय स्तर पर 3 जुलाई से सात दिनों तक लॉकडाउन लगाया गया। इस दौरान पूरा शहर दायरे में आया। वहीं दूसरी बार 7-13 अगस्त तक लगे कफ्र्यू में बाड़मेर शहर के दस वार्ड प्रभावित रहे। इन क्षेत्रों में संक्रमण अत्यधिक फैल गया था। लेकिन लॉकडाउन लगा देने के बावजूद दोनों बार संक्रमण उन्हीं क्षेत्रों में फिर से उभर कर सामने आया। कई क्षेत्रों में पूरे के पूरे परिवार ही पॉजिटिव आए।
कफ्र्यू वाले इलाकों में मिलते रहे थे पॉजिटिव
बाड़मेर शहर में कोरोना पॉजिटिव का औसतन 40-50 के करीब रहा है। यह संक्रमण जुलाई के बाद रफ्तार पर है। इसलिए जुलाई में बढ़े संक्रमण को काबू करने के लिए सात दिन कफ्र्यू लगा था। लेकिन उस दौरान भी शहर में 40-50 संक्रमित मिलने का औसत बरकरार रहा। इसमें किसी तरह की कमी नहीं आई। इसी तरह अगस्त में भी पॉजिटिव मरीज का औसत करीब इतना ही रहा। लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में पॉजिटिव मिलने का सिलसिला नहीं रुक सका। दोनों लॉकडाउन की अवधि में बाड़मेर शहर में करीब 472 पॉजिटिव मिले थे।
विशेषज्ञों की राय में कोरोना चेन नहीं टूटने के ये रहे कारण
-लॉकडाउन क्षेत्रों में आमजन की आवाजाही पर नहीं लगी सख्ती से पाबंदी
-प्रशासन ने बल्लियां लगाकर मान लिया हो गया लॉकडाउन
-प्रभावित क्षेत्रों से लोगों की रही नियमित रूप से बाहरी क्षेत्र में आवाजाही
-मास्क और सोशल डिस्टेंस की नहीं हुई पालना
-शहर की गलियों में देर रात तक समूह में लोगों का जमावड़ा
कोरोना नियंत्रण में प्रभावी रहा है लॉकडाउन
शहर में लॉकडाउन के दौरान मरीजों की संख्या काफी कम रही। कफ्र्यू वाले क्षेत्रों में बाजार बंद रहने से कोरोना नियंत्रित हुआ। वैसे भी अब मरीज कम आ रहे हैं। कभी ज्यादा आ जाते हैं। पिछले कुछ दिनों से औसतन 20 से नीचे हैं।
डॉ. बीएल मंसूरिया, पीएमओ बाड़मेर
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