शहर समेत जिले में बरसे बदरा, मौसमी बीमारियों से बचाव की सलाह

मौसम में इस बदलाव से लोग चिन्तित रहे तो कृषि अधिकारियोंं का मानना है कि यह खेतों में खड़े फसलों के अवशेषों को खाद बनाने के लिए उपयोगी साबित होगी।

<p>शहर समेत जिले में बरसे बदरा, मौसमी बीमारियों से बचाव की सलाह</p>
बारां शहर समेत जिले में मंगलवार तड़के रिमझिम बारिश होने से मौसम खुशगवार हो गया। बारिश का दौर चार घंटे तक रह-रह कर जारी रहा। सुबह दस बजे बाद वापस धूप निकल आई तथा दोपहर में धूप में खासी तेजी रही। मौसम में इस बदलाव से लोग चिन्तित रहे तो कृषि अधिकारियोंं का मानना है कि यह खेतों में खड़े फसलों के अवशेषों को खाद बनाने के लिए उपयोगी साबित होगी।
शहर में बारिश का दौर सुबह करीब छह बजे शुरू हुआ। साढ़े नौ बजे तक कभी तेज तो कभी कल्की फुहारें पड़ती रही। इससे मौसम में ठंडक घुल गई। ऐसे में सुबह की सैर पर निकले लाग वापस घरों पर लौट गए। बाद में बीच-बीच में तेज बारिश होने से पानी सड़कों पर बह निकला। सुबह करीब पौने दस बजे बारिश का दौर थमा और तेज धूप निकल आई। इसके बाद दिनभर धूप निकलने से गर्मी का अहसास हुआ।
सभी लोग बरतें सावधानी
मौसम में इस तरह के बदलाव से लोग वायरल बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. केके कतियाल का कहना है इस तरह मौसम बदलने से सर्दी, जुकाम व गले में खराश आदि रोग हो सकते हैं। लेकिन इनसे घबराने की बात नहीं है। ऐसे मौसम में कूलर व एसी चलाने से परहेज करना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर रहता है।
किसान बढ़ाएं उर्वरा शक्ति
उपनिदेशक कृषि विस्तार अतीश कुमार शर्मा का कहना है यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। बरसात से खेतों में खड़े रबी के अवशेष मुलायम हो जाएंगे, ऐसे में किसान खेतों में खेतों की हल्की हंकाई करें। इससे अवशेष दबकर खाद बनेंगे तथा बाद में हंकाई करने में भी आसानी रहेगी।
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