छबड़ा आगजनी प्रकरण: नुकसान की मंजर देख नम हुई आंखें, छावनी बना रहा पूरा कस्बा

छबड़ा कस्बे में हिंसा, आगजनी व लूटपाट की वारदात के दूसरे दिन सोमवार को लोग नुकसान का आकलन करने में जुटे रहे। लुटे-पिटे व्यापारियों की आंखों में भविष्य को लेकर मानो दर्द का समंदर उमड़ता रहा।

<p>छबड़ा कस्बे में हिंसा, आगजनी व लूटपाट की वारदात के दूसरे दिन सोमवार को लोग नुकसान का आकलन करने में जुटे रहे। लुटे-पिटे व्यापारियों की आंखों में भविष्य को लेकर मानो दर्द का समंदर उमड़ता रहा।</p>
छबड़ा/बारां। छबड़ा कस्बे में हिंसा, आगजनी व लूटपाट की वारदात के दूसरे दिन सोमवार को लोग नुकसान का आकलन करने में जुटे रहे। लुटे-पिटे व्यापारियों की आंखों में भविष्य को लेकर मानो दर्द का समंदर उमड़ता रहा। लाखों रुपए का सामान खाक हुआ देख कई लोगों की सिसकियां निकलती रही। एक युवा व्यापारी ने तो शान्ति समिति की बैठक में अपनी पीड़ा बताते हुए इतना तक कहा कि दो दिन प्रशासन को दिए है, इंतजार करूंगा, लेकिन इसके बाद मेरा अपना निर्णय होगा। जिसके लिए प्रशासन, सरकार जिम्मेदार होंगे। इसके बाद बैठक में मौजूद लोगों ने उसे दिलासा दिलाया। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी उसे भरोसा देने में पीछे नहीं रहे।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि प्रारम्भिक आकलन के अनुसार कस्बे में करीब 69 छोटी-बड़ी दुकानें आग की भेंट चढ़ी हैं। लगभग एक दर्जन वाहनों में भी तोडफ़ोड़ व आगजनी हुई है। लेकिन अभी इन तथ्यों की पुष्टि के बाद ही रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी। दूसरी ओर कस्बे के कई लोगों का कहना था कि 15 से 20 करोड़ का नुकसान हुआ है। हालांकि प्रशानिक अधिकारियों ने इस बारे में फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जिला कलक्टर राजेन्द्र विजय ने बताया कि छबड़ा में आगजनी में हुए नुकसान की अन्तिम रिपोर्ट तैयार करने में अभी समय लगेगा।
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छावनी बना रहा पूरा कस्बा
छबड़ा. आगजनी की घटना के बाद रविवार रात से पूरा कस्बा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। कोटा संभाग के कई पुलिस अधिकारियों के साथ सैकड़ों की संख्या में शस्त्र पुलिस बल की तैनातगी रही। कस्बे को जोडऩे वाले सभी मार्गों पर नाकाबंदी लोगों को पुलिस जवानों ने वापस लौटाया।
शाम को छबड़ा थाने में मिले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्र्वणकार ने बताया कि रविवार का घटनाक्रम अपेक्षित नहीं था। बाद में जानकारी मिलने पर जिले के सभी बढ़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। रात को हालात पर काफी हद तक नियन्त्रण कर लिया गया था। चाकूबाजी की वारदात के तीन आरोपियों को उसी रात गिरफ्तार कर लिया गया था। मुख्य अभियुक्त को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक आगजनी के पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। कई लोगों को पुलिस ने राउंडअप कर लिया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीमें मुस्तैदी से जुटी हुई हैं। देर शाम तक छबड़ा में सात सौ से सैकड़ों पुलिस जवान तैनात रहे।
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नहीं हटाया कर्फ्यू, इंटरनेट भी बंद
छबड़ा. जिला प्रशासन ने छबड़ा कस्बे में अभी कफ्र्यू लगाया हुआ है। वहीं जिले की इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। कस्बे में रविवार रात को अधिकांश फीडरों की विद्वुत आपूर्ति बंद रहने से पेयजल टंकियां नहीं भरी जा सकी। बाद में सुबह आपूर्ति बहाल हुई तो पेयजल संग्रहित कर दोपहर को वितरण किया गया। इससे लोगों को राहत मिली, लेकिन दूध की आपूर्ति नहीं होने से अधिकांश लोग चाय को तरसते रहे।
विजय बैंसला को कवाई में रोका
कवाई. कस्बे से होकर छबड़ा जा रहे गुर्जर समाज के नेता व कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला को कवाई पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने बैंसला को बताया कि छबड़ा कस्बे को पूरी तरह सील किया हुआ है तथा किसी को वहां जाने की अनुमति नहीं है। रात नौ बजे तक बैंसला कवाई थाना परिसर में उनके आधा दर्जन समर्थकों के साथ बैठे हुए थे।
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