पांच लोगों पर गैंगरेप का आरोप गैंगरेप की यह पूरी वारदात फतेहपुर थाना क्षेत्र के शेखपुर अलीपुर गांव का है। जहां एक 14 साल की नाबालिग लड़की रात के समय शौच के लिए घर से बाहर गई थी। तभी पांच लोगों ने उसे पकड़कर कट्टे के बल पर बारी-बारी से गैंगरेप किया और धमकी दी कि अगर किसी से इस बारे में बताया तो उसे और उसके पिता का मर्डर कर देंगे। जिसके चलते वह डर गई और उसने उस समय किसी से कुछ नहीं बताया। युवती ने बताया कि उन लोगों की धमकी के डर की वजह से हम लोग गांव छोड़कर लखनऊ में रह रहे हैं। युवती ने आरोप लगाया कि पांचों लोग पैसे के बल पर उसे परेशान कर रहे हैं और पुलिस-प्रशासन भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
नहीं मिल रहा इंसाफ युवती ने बताया कि वह शौच के लिये बाहर गई थी। शौच से जब वह वापस आ रही थी तो रास्ते में पांच लोगों ने उसे मुंह दबाकर पकड़ लिया और कट्टा लगाकर मुझे झाड़ियों में घयीट ले गए। पांचों लोगों ने उसके साथ बारी-बारी से गलत काम किया। साथ ही धमकी दी कि अगर किसी से इस बारे में बताया तो उसे और उसके पिता का मर्डर कर देंगे। जिसके चलते वह डर गई और उसने उस समय किसी से कुछ नहीं बताया। लेकिन अब कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने उसने पांचों लोगों के खिलाफ बयान दिया। लेकिन फिर भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही और उसे न्याय नहीं मिल रहा। युवती ने बताया कि उन लोगों की धमकी के डर की वजह से हम लोग गांव छोड़कर लखनऊ में रह रहे हैं। युवती ने आरोप लगाया कि पांचों लोग पैसे के बल पर उसे परेशान कर रहे हैं और पुलिस-प्रशासन भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
पिता ने विधानसभा के सामने दी आत्मदाह की धमकी वहीं लड़की के पिता ने बताया कि उसकी लड़की शौच के लिए घर से बाहर गई थी, तभी रास्ते में पांच लोगों ने मिलकर उसके साथ बारी-बारी से गलत काम किया। उन्होंने बताया कि वह लोग थाने के चक्कर लगा-लगाकर थक गए, लेकिन किसी ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जिसके बाद परेशान होकर हम लोग कोर्ट आए तो आरोपी उसे डराने-धमकाने लगे। जिसके चलते हमें गांव छोड़वा पड़ा और अब वह गांव छोड़कर लखनऊ में मजदूरी करके अपना और बेटी का पेट पाल रहा है। पीड़ित के पिता ने बताया कि कोर्ट की दखल के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस भी दूसरे पक्ष से मिली है, जिसके चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही। पिता ने आरोप लगाया कि उसकी लड़की ने पांच आरोपियों के नाम लिखे थे, लेकिन केवल दो लोगों के ही नाम मामले में लिखे गए। पिता ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह विधानसभा के सामने खुद को और लड़की को भी आग के हवाले कर देगा।