सांसद ने इस दौरान बताया कि आज पूरी दुनिया इस महामारी से पीड़ित है और यह बीमारी भारत में भी अपनी जड़ें जमाने के लिए आतुर है। मगर भारत ने इसके खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ रखी है। जिसमें धन की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। देश के कई क्षमतावान नागरिक इसमें सहयोग कर भी रहे हैं। उसी क्रम में मेरे द्वारा भी प्रधानमंत्री से यह अनुरोध किया गया है कि वह उनकी सांसद निधि से 1 करोड़ रुपये की राशि और उनका एक माह का वेतन इस लड़ाई में एक योगदान के रूप में खर्च करें।