बांसवाड़ा : 15 हजार रुपए रिश्वत लेते ग्राम विकास अधिकारी गिरफ्तार, पूर्व सरपंच फरार
बांसवाड़ा. जिले के गढ़ी ब्लॉक की चौपासाग पंचायत में सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कार्रवाई कर ग्राम विकास अधिकारी को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सीसी सडक़ के दो लाख का शेष भुगतान कराने की एवज में यह राशि आरोपी ने पूर्व सरपंच के लिए ली थी, जो एसीबी कार्रवाई से कुछ देर पहले ही भाग निकला था। ब्यूरो ने उसे भी नामजद किया है। ब्यूरो बांसवाड़ा चौकी के एएसपी माधोसिंह के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई दोपहर बाद की। एएसपी सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में सरपंच रहे हरिलाल मकवाना के कार्यकाल में 10 लाख की सीसी सड़क का निर्माण हुआ। उसके बाद मकवाना की पत्नी सरपंच बन गई। उस समय के काम का कुछ भुगतान रह गया, जिसे दिलाने की एवज में पूर्व सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी परतापुर निवासी अशोक भट्ट ने 55 हजार रुपए की मांग की, तो सडक़ निर्माता फर्म किशन ट्रेडर्स के कुमजी का पारड़ा निवासी लक्ष्मणसिंह पुत्र शंभुसिंह चौहान ने इसकी शिकायत एसीबी में की। परिवादी ने पहले भी रुपए दे चुका होने के बावजूद भुगतान अटकाने की बात की। ब्यूरो ने गत 27 अगस्त को मांग का सत्यापन करवाया। इस दौरान 15 हजार रुपए की किस्त भट्ट ने ली। फिर बची 40 हजार रुपए राशि तत्कालीन सरपंच के लिए होना बताई गई। इस पर ब्यूरो टीम ने सोमवार को ट्रेप की प्लानिंग कर परिवादी चौहान को रंग लगे 15 हजार रुपए के नोट थमाकर चौपासाग भेजा। इस दौरान टीम के सदस्य आसपास डटे रहे। पंचायत पहुंचने पर पता चला कि किसी का फोन आने पर पूर्व सरपंच मकवाना राशि ग्राम विकास अधिकारी भट्ट को देने को कहकर जा चुका था। फिर जैसे भट्ट ने राशि ली, इशारा मिलते ही टीम ने उसे धरदबोचा। तब तक आरोपी रिश्वत राशि पंचायत में रेकॉर्ड रखने की आलमारी में रख चुका था। जहां से तलाश कर टीम ने नकदी जब्त की। मौका कार्रवाई के बाद आरोपी भट्ट को बांसवाड़ा लाया गया। टीम में ब्यूरो के राजकुमारसिंह, रतनसिंह, गणेशलाल लबाना, जीतेंद्रसिंह और माजिद खां शामिल थे।