बांसवाड़ा में कोरोना से तीन और मौतें, हालात संभालने शाम सात बजे से प्रशासन और पुलिस की कवायद

बांसवाड़ा. जिले में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन और मौतें दर्ज की गईं। इनमें एक साबला की महिला शामिल है, जो जिला अस्पताल में उपचाराधीन थी। शहर में लगातार बिगड़ते हालात पर शाम सात बजे से प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी सक्रिय दिखलाई दिए। अब पुलिस की गाडिय़ों पर पब्लिक एडे्रस सिस्टम यानी माइक के जरिए ऐलान कर आठ से सुबह छह बजे तक बेवजह निकले लोगों पर कार्रवाई का ऐलान कर मध्यरात्रि तक इस पर अमल शुरू किया गया।

<p>बांसवाड़ा में कोरोना से तीन और मौतें, हालात संभालने शाम सात बजे से प्रशासन और पुलिस की कवायद</p>
पांच घंटों में तीन जनों की हुई मौतें
बुधवार शाम से गुरुवार दोपहर तक बंदी समेत तीन मौतों के बाद देरशाम को एमजी अस्पताल में फिर गंभीर कोविड रोगियों की चौंकाने वाली खबर आई। इनमें एक मोहन कॉलोनी निवासी 68 वर्षीय बुजुर्ग चल बसे। 4 अप्रैल की रात को कोविड वार्ड में भर्ती ये बुजुर्ग दूसरे दिन आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आएथे। पार्किंसन और अन्य रोगों से ग्रसित बुजुर्ग की शाम पौने आठ बजे मौत हो गई। इसके बाद रात ग्यारह बजे यहां परतापुर निवासी 43 वर्षीय युवक की मौत हुई, जो 8 अप्रैल को ही भर्ती हुआ था। फिर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे साबला निवासी 75 वर्षीय वृद्धा की मौत हो गई। ऑक्सीजन सेचुरेशन घटने की शिकायत वाले इन दोनों रोगियों की मौत की पुष्टि शुक्रवार सुबह की गई।
अकेले एमजी अस्पताल में 40 में से 34
कोरोना काल की शुरुआत से अब तक चिकित्सा विभाग के रेकार्ड पर जिले में 40 लोगों की मौतें हैं। उनमें भी ताज्जुब यह कि अकेले एमजी अस्पताल में अब तक 34 का आंकड़ा हो चुका है। असल में कोरोना से मौतों की संख्या तो दुगुनी से ज्यादा हैं, लेकिन जांच से पहले और नेगेटिव आने के बाद मरने वाले कोविड के रेकार्ड में शामिल नहीं होने और उदयपुर, अहमदाबाद या अन्य जिलों में उपचार के लिए गए लोगों की मौत पर स्थिति स्पष्ट नहीं होने से हकीकत दब गई है।
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