बांसवाड़ा में एटीएस और एसओजी के साथ पुलिस का छापा, करोड़ों की प्रतिबंधित ड्रग बरामद

Rajasthan Crime News, Banswara Crime News : दो आरोपी गिरफ्तार, एक आरोपी को अफीम भी बरामद,ड्रमों में भरा मिला प्रतिबंधित दवा अल्प्राजोलम पाउडर

<p>बांसवाड़ा में एटीएस और एसओजी के साथ पुलिस का छापा, करोड़ों की प्रतिबंधित ड्रग बरामद</p>
बांसवाड़ा. शहर के भवानपुरा क्षेत्र में बीती रात एटीएस और एसओजी के साथ जिला पुलिस ने साझा कार्रवाई में एक मकान पर छापा मारा और करोड़ों रुपए कीमत की 101 किलो प्रतिबंधित ड्रग अल्प्राजोलम पाउडर और 270 ग्राम अफीम बरामद की। मौके से दो जनों को गिरफ्तार कर लिया गया। बरामदशुदा माल की कीमत ढाई करोड़ से ज्यादा की बताई गई।
देररात तक कार्रवाई पूरी तरह गोपनीय रूप से चली। सुबह पुलिस अधीक्षक कावेंद्रसिंह सागर ने इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे कोतवाली सीआई मोतीराम सारण को इस बारे में मुखबीर के जरिए इत्तला मिली। इस पर एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई की तैयारी शुरू की गई। थाने के गेट से निकलते समय यहां स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के निरीक्षक मोहनलाल पोसवाल और एंटी टेरिरिस्ट स्क्वायड के निरीक्षक संपतराज के नेतृत्व में टीमें दिखीं। इन्होंने भी इसी संबंध में सूचना पर एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ के निर्देशन में बांसवाड़ा पहुंचना बताया। इस पर एटीएस, एसओजी और स्थानीय पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर शहर के खांदू कॉलोनी चौकी क्षेत्र में भवानपुरा निवासी परवेज पुत्र हमीद खान सैयद मुसलमान के मकान पर छापा मारा। सुनियोजित तरीके से मौतबीर गवाहों की मौजूदगी में यहां परवेज के साथ उसका साथी खांदू कॉलोनी मस्जिद के पास निवासी सलीम मंसूरी पुत्र अल्लाह नूर मंसूरी भी मिला। संयुक्त टीम की घेराबंदी के बीच यहां डीएसपी बांसवाड़ा गजेंद्रसिंह राव ने आरोपी सलीम की जामा तलाशी ली, तो उसकी पेंट की जेब से तीन मोबाइल मिले, वहीं कमर में थैली बंधी देखी। थैली खुलवाकर देखने पर उसमें काला पदार्थ पाया गया। पूछताछ में सलीम ने उसे अफीम बताया। तस्दीक के बाद तौल करवाने पर 270 ग्राम अफीम पाई गई।
मकान की तलाशी, पांच ड्रम में मिला पाउडर
टीम ने मकान की तलाशी ली तो यहां एक कमरे के कोने में प्लास्टिक के नीले रंग के पांच ड्रम काले डक्कन लगे हुए दिखलाई दिए। पास ही एक सफेद रंग का प्लास्टिक का कट्टा पड़ा था। कट्टा खोलने पर उसमें नशीला अल्प्राजोलम पाउडर मिला। अफीम और उक्त पाउडर अपने कब्जे में रखने से संबंधित कोई वैध दस्तावेज या अनुज्ञा पत्र दोनों आरोपी नहीं बता पाए। मौके पर तौल करवाने पर ड्रमों और कट्टों से कुल 101 किलो ८१० ग्राम अल्प्राजोलम पाउडर मिला। इस पर एनडीपीएस एक्ट के प्रावधान अनुसार सेंपल अलग लेकर तमाम माल जब्त कर लिया गया।
अधिकारी भी पाउडर की खेप देखकर दंग
अमूमन बगैर डॉक्टर की पर्ची के मेडिकल स्टोर से पाव या आधा मिलीग्राम की अल्प्राजोलम की गोली लेना भी मुमकिन नहीं होता, उसके पाउडर की इतनी बड़ी खेप देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने किसी ट्रांसपोर्ट के जरिए यह माल चोरी-छिपे लाया जाना बताया। हालांकि इतने माल की आवक कहां से हुई और आगे इसका क्या इस्तेमाल होना था इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई। गौरतलब है कि अल्प्राजोलम पाउडर का इस्तेमाल नशीली गोलियां बनाने के लिए होता है।
तड़के चार बज गए कार्रवाई पूरी करते-करते
मौके पर महीन पाउडर के तौल और कार्रवाई कर थाने लौटने तक पुलिसकर्मी बुरी तरह थक गए। मास्क लगाने के बावजूद कुछ जवानों को पाउडर उडऩे से बैचेनी भी हुई। आखिर मौका कार्रवाई कर तड़के चार बजे थाने आकर सीआई सारण के मौका पर्चा रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज की गई। जांच गढ़ी सीआई सुरेंद्रसिंह सोलंकी के जिम्मे की गई।
एक आरोपी 108 एंबुलेंस का चालक
पकड़े गए आरोपियों में सलीम बांसवाड़ा के एमजी अस्पताल परिसर में खड़ी रहने वाली 108 एंबुलेंस का चालक है। सीआई मोतीराम सारण के अनुसार वह पूर्व में बांसवाड़ा में हुए एक मामले में भी वो लिप्त रहने पर पकड़ा गया था। इसके अलावा दूसरे आरोपी की पृष्ठभूमि को लेकर पुलिस की छानबीन जारी है।
संयुक्त टीम में यह भी रहे शामिल
संयुक्त कार्रवाई टीम में एटीएस से हैड कांस्टेबल नेमीचंद, बृजेश, सचिन, तो एसओजी से एएसआई नरेंद्रसिंह, हैड कांस्टेबल नाथूलाल, कांस्टेबल प्रवीण और महावीर शामिल हुए। इधर, बांसवाड़ा पुलिस से कांस्टेबल विशालसिंह, सुखराम, हेमंत पाटीदार, दिग्पालसिंह, शैलेंद्रसिंह, वासुदेव शामिल थे।
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