लाखों का खर्च दुबई से कुवैत तक
कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय विमानों के बंद होने से सरकार द्वारा चलाई गई विशेष उड़ानों में वे वापस घर आ तो गए लेकिन अब लौटने में अधिक परेशानियां हो रही हैं। इन दिनों अंतरराष्ट्रीय उड़ानें गिनी.चुनी ही हैं। फिर सीधे कुवैत तक के लिए कोई विमान नहीं हैए ऐसे में दुबई होकर कुवैत जाना पड़ेगा। इस कारण पहले अहमदाबाद से दुबई तक का हवाई किराया देना होगा और फिर दुबई से कुवैत तक का। विमानन कंपनियों ने टिकट की डिमांड देखते हुए किराया बढ़ा दिया। ऐसे में कुवैत जाने में लाखों का खर्च हो रहा है। इसके अलावा दुबई में पहले 16 दिन का क्वॉरंटाइन और फिर कुवैत पहुंचकर वहां 14 दिन तक क्वॉरंटाइन रहना होगा। तब तक वीजा की अवधि यदि निकल गई तो जाना भी बेकार हो जाएगा।
कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय विमानों के बंद होने से सरकार द्वारा चलाई गई विशेष उड़ानों में वे वापस घर आ तो गए लेकिन अब लौटने में अधिक परेशानियां हो रही हैं। इन दिनों अंतरराष्ट्रीय उड़ानें गिनी.चुनी ही हैं। फिर सीधे कुवैत तक के लिए कोई विमान नहीं हैए ऐसे में दुबई होकर कुवैत जाना पड़ेगा। इस कारण पहले अहमदाबाद से दुबई तक का हवाई किराया देना होगा और फिर दुबई से कुवैत तक का। विमानन कंपनियों ने टिकट की डिमांड देखते हुए किराया बढ़ा दिया। ऐसे में कुवैत जाने में लाखों का खर्च हो रहा है। इसके अलावा दुबई में पहले 16 दिन का क्वॉरंटाइन और फिर कुवैत पहुंचकर वहां 14 दिन तक क्वॉरंटाइन रहना होगा। तब तक वीजा की अवधि यदि निकल गई तो जाना भी बेकार हो जाएगा।
लाख में मिलती है यह सुविधा
एजेंटों द्वारा प्रवासियों से वीजा के लिए पासपोर्ट, पेनकार्ड व दो फोटो मांगे जाते हैं और एजेंटों द्वारा 15 दिन के अंदर दुबई की वीजा प्रवासियों को दी जाती है और उनसे तय की गई लाख से सवा लाख राशि ली जाती है। इसके बदले एजेंट वीजा के साथ प्रवासियों को दुबई का टिकिट, होटल में ठहरने की व्यवस्थाए एक समय नाश्ता व 14 दिन बाद कुवैत जाने की टिकिट की सुविधा देते हैं।
एजेंटों द्वारा प्रवासियों से वीजा के लिए पासपोर्ट, पेनकार्ड व दो फोटो मांगे जाते हैं और एजेंटों द्वारा 15 दिन के अंदर दुबई की वीजा प्रवासियों को दी जाती है और उनसे तय की गई लाख से सवा लाख राशि ली जाती है। इसके बदले एजेंट वीजा के साथ प्रवासियों को दुबई का टिकिट, होटल में ठहरने की व्यवस्थाए एक समय नाश्ता व 14 दिन बाद कुवैत जाने की टिकिट की सुविधा देते हैं।
प्रवासियों को पडऩे लगी डबल मार
डूंगरपुर व बांसवाड़ा दोनों जिलों से हजारों प्रवासी कुवैत में कार्यरत है। यह प्रवासी कोविड से पहले दस से पंद्रह हजार रुपए में कुवैत जा रहे थे। वहींए अब स्थिति यह है कि एक लाख रुपए देकर जाने के बाद कुवैत पहुंचने पर वीजा बढ़ाने के लिए लगभग डेढ लाख से दो लाख रुपए फिर देने पड़ते हैं। इसलिए इस बार प्रवासियों को दोहरी मार पड़ रही है।
डूंगरपुर व बांसवाड़ा दोनों जिलों से हजारों प्रवासी कुवैत में कार्यरत है। यह प्रवासी कोविड से पहले दस से पंद्रह हजार रुपए में कुवैत जा रहे थे। वहींए अब स्थिति यह है कि एक लाख रुपए देकर जाने के बाद कुवैत पहुंचने पर वीजा बढ़ाने के लिए लगभग डेढ लाख से दो लाख रुपए फिर देने पड़ते हैं। इसलिए इस बार प्रवासियों को दोहरी मार पड़ रही है।
हर एजेंट के पास दर अलग
जिले में बड़ी संख्या में एजेंट मौजूद है। इस पर कई एजेंट दुबई की वीजा बनाकर प्रवासियों को कुवैत भेज रहे हैं। एजेंटों के पास से यह दर 90 हजार से शुरू होकर सवा लाख रुपए तक की रेट है। वहीं, गुजरात के हिम्मतनगर में यह रेट लगभग 75 हजार है।
जिले में बड़ी संख्या में एजेंट मौजूद है। इस पर कई एजेंट दुबई की वीजा बनाकर प्रवासियों को कुवैत भेज रहे हैं। एजेंटों के पास से यह दर 90 हजार से शुरू होकर सवा लाख रुपए तक की रेट है। वहीं, गुजरात के हिम्मतनगर में यह रेट लगभग 75 हजार है।
उधार लेकर जा रहे कुवैत
एक प्रवासी राकेश नाम बदला हुआ। उसने बताया कि वह खादम की वीजा पर कुवैत में गैरेज का काम करता था। जनवरी माह में वह दो माह की छूट्टी लेकर अपने घर आया था। परए लॉकडाउन के बाद वह वापस कुवैत नहीं जा सका। लेकिन, वह अब दुबई से कुवैत जाने के लिए उसने अपनी पत्नी का हार गिरवी रख उधार पैसा लिया है और कुवैत जा रहा है।
एक प्रवासी राकेश नाम बदला हुआ। उसने बताया कि वह खादम की वीजा पर कुवैत में गैरेज का काम करता था। जनवरी माह में वह दो माह की छूट्टी लेकर अपने घर आया था। परए लॉकडाउन के बाद वह वापस कुवैत नहीं जा सका। लेकिन, वह अब दुबई से कुवैत जाने के लिए उसने अपनी पत्नी का हार गिरवी रख उधार पैसा लिया है और कुवैत जा रहा है।
कुवैत जाकर भी नहीं मिल रहा काम
वहीं जिले से अब तक दुबई से कई प्रवासी कुवैत पहुंच चुके है और 14 दिन क्वारंटीन रहने के बाद भी इन प्रवासियों को काम.काज नहीं मिल रहा है और वह अब कमरे में बैठे हुए हैं।
वहीं जिले से अब तक दुबई से कई प्रवासी कुवैत पहुंच चुके है और 14 दिन क्वारंटीन रहने के बाद भी इन प्रवासियों को काम.काज नहीं मिल रहा है और वह अब कमरे में बैठे हुए हैं।
संभाग के यहां के लोग जा रहे
बांसवाड़ा
परतापुर
डूंगरपुर
सागवाड़ा
उदयपुर
सलूंबर
खैरवाड़ा
गलियाकोट
प्रतापगढ़ हवाई टिकट
अहमदाबाद दुबई -15 हजार रुपए तक
अहमदाबाद . कुवैत – 10 हजार से 14 हजार रुपए तक
दुबई. कुवैत . वर्तमान में किराया डेढ़ से 2 लाख रुपए
सामान्य दिनों में किराया 18 से 20 हजार रुपए
बांसवाड़ा
परतापुर
डूंगरपुर
सागवाड़ा
उदयपुर
सलूंबर
खैरवाड़ा
गलियाकोट
प्रतापगढ़ हवाई टिकट
अहमदाबाद दुबई -15 हजार रुपए तक
अहमदाबाद . कुवैत – 10 हजार से 14 हजार रुपए तक
दुबई. कुवैत . वर्तमान में किराया डेढ़ से 2 लाख रुपए
सामान्य दिनों में किराया 18 से 20 हजार रुपए