सख्ती से हो पालना : – मुख्यमंत्री ने संक्रमण फैलने के बाद कफ्र्यू वाले सभी क्षेत्रों में इसकी सख्ती से पालना करवाई जाए। कफ्र्यू वाले क्षेत्र से कर्मचारी सहित कोई भी व्यक्ति अंदर या बाहर नहीं जाए। स्क्रीनिंग, टेस्टिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। इसके अलावा जहां कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं, वहां आस-पास के लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा जाए। क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए और प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना की जाए। ड्रोन कैमरों का उपयोग कर मॉनिटरिंग करें, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा सके। कोरोना की रोकथाम की मुहिम में शामिल सभी स्वास्थ्यकर्मियों एवं अन्य कर्मचारियों को सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं। साथ ही, उनकी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हों।
पत्रिका ने दिया था सुझाव : – इसके अतिरिक्त सीएम ने कहा कि लोगों की जीवन की रक्षा के लिए जुटे स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करें। स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर आपकी सुरक्षा के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। प्रदेश को कोरोना से बचाने के लिए बिना किसी डर और संकोच के स्क्रीनिंग एवं जांच सहित अन्य कार्यों में स्वास्थ्यकर्मियों का आगे बढकऱ सहयोग करें। गौरतलब है कि गुरुवार को राजस्थान पत्रिका ने ‘संक्रमितों की संख्या 12, अब और नहीं बस…’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर कुशलगढ़ में भीलवाड़ा मॉडल लागू करने का सुझाव दिया था। साथ ही कुशलगढ़ में अब तक प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं और आमजन की आवश्यकताओं को लेकर भी सुझाव दिए थे।