कृष्ण मठ में इस बार ‘तप्त मुद्रा धारणा विधि नहीं

कोरोना वायरस के संक्रमण के परिप्रेक्ष्य में आयोजन नहीं करने का फैसला

<p>कृष्ण मठ में इस बार &#8216;तप्त मुद्रा धारणा विधि नहीं</p>
उडुपी. यहां के श्रीकृष्ण मठ में प्रति वर्ष श्रद्धालुओं के लिए तप्त मुद्रा धारणा अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण के परिप्रेक्ष्य में आयोजन नहीं करने का फैसला किया है।
आदमारु मठ के प्रमुख ईशप्रिया तीर्थ स्वामी के अनुसार चातुर्मास व्रत शुरु करने से पहले एकादशी के दिन इस अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। इस अनुष्ठान के तहत पर्याय पीठ के प्रमुख स्वामी गर्म तांबे की छुरी से श्रद्धालुओं के दाहिने हाथ पर ‘शंखÓ तथा बाए हाथ पर ‘चक्रÓ की मुद्रा बनाई जाती है। इसी विधि को तप्त मुद्रा धारणा विधि कहा जाता है।
अबकि बार भी ऐसे अनुष्ठान का आयोजन था लेकिन प्रशासन के निर्देश पर इस बार आयोजन को निरस्त किया जा रहा है। स्थिति सामान्य होने पर अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। तब आयोजन की सूचना श्रद्धालुओं को दी जाएगी। 30 जून को मठ परिसर में नारियल के पानी से महाअभिषेक का कार्यक्रम यथावत होगा।
बीएमटीसी बस स्टैंड पर वृद्ध बेहोश, तनाव फैला
बेंगलूरु. बीएमटीसी बस स्टैंड के प्लैटफार्म क्रमांक 13 पर शुक्रवार को अचानक एक वृद्ध अचानक बेहोश होकर गिर गया। यह देखकर यहां तनाव व्याप्त हो गया। बस का इंतजार कर रहा वृद्ध व्यक्ति जब बेहोश होकर गिरा तो आस-पास खड़े यात्री वहां से भाग निकले। कोई भी उसके निकट जाने के लिए तैयार नहीं था।
बीएमटीसी प्रबंधन ने तुरंत एंबुलेंस बुलाई और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने उसे ले जाकर अस्पताल में भर्ती किया। बताया जा रहा है कि यह वृद्ध रक्तचाप तथा शुगर की बीमारी से पीडि़त है। लेकिन कोरोना वायरस के भय से कोई भी उसे छूने को तैयार नहीं था।
मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने उसके पास पानी की बोतल रख दी। आधे घंटे बाद उसे होश आया। होश आने पर उसने पानी पीने का प्रयास किया लेकिन पानी पीते ही वह फिर बेहोश हो गया।
इस घटना के बाद बीएमटीसी बस स्टैंड पर सन्नाटा छा गया। करीब एक घंटे तक बस स्टैंड पर तनाव का माहौल बना रहा। वृद्ध व्यक्ति को ले जाने के पश्चात इस प्लैटफार्म को सैनिटाइज किया गया।
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