शहर के हिन्दीभाषी बाहुल्य वाले इलाकों में रंगोत्सव का उत्साह देखा गया। बेंगलूरु के साथ ही मैसूरु,मंडया, हुब्बल्ली आदि शहरों में भी लोगों ने नृत्य और गीतों के साथ होली मनाई। आईमाता के बडेर परिसरों में भी होली का जोरदार जश्न मनाया गया। इस दौरान चंग की थाप पर गैर नृत्य स्थानीय लोगों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र रहा।
राजस्थानी गीत होली की मस्ती और सौहार्द का संदेश बांटते रहे। यूपी-बिहार, गुजरात व अन्य राज्यों के लोगों ने भी होली के गीतों की धूम मचाई।
चिकपेट, राजाजीनगर, जेपीनगर, बनशंकरी, विजयनगर, आरटीनगर आदि इलाकों में लोगों ने छोटे-छोटे समूहों में गुलाल लगाकर होली खेली।
चिकपेट, राजाजीनगर, जेपीनगर, बनशंकरी, विजयनगर, आरटीनगर आदि इलाकों में लोगों ने छोटे-छोटे समूहों में गुलाल लगाकर होली खेली।