जिले में 102 के 22 एम्बुलेंस ,108 के 28 एम्बुलेंस और 2 एएलएस सहित कुल 52 एम्बुलेंस सेवाएं संचालित की जा रही हैं। एम्बुलेंस चालकों का आरोप है कि बार बार लिखित शिकायत करने के बाद भी उन्हें 3 माह का वेतन नहीं दिया जा रहा। सिर्फ इतना ही नहीं 6 माह का पीएफ भी रोककर रखा गया है। एम्बुलेंस चालकों का आरोप है कि कोरोना जैसी महामारी के दौरान उन्हें विभाग द्वारा ना तो नोज मास्क दिया गया है और ना ही सेनेटाइजर। जब उन्होंने मास्क और सेनेटाइजर की मांग की तो उन्हें एचआईवी किट दे दी गई। इन्हीं समस्याओं को लेकर प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। एम्बुलेंस चालकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, चाहे जितनी जरूरी सेवा हो वे काम नहीं करेंगे।