धमतरी से लाया जाएगा बीज
जानकारी के मुताबिक हरे चावल का बीज धमतरी जिले के किसान व वहां के कृषि विभाग की टीम के सहयोग से बीज लाया जाएगा। कितने एकड़ के लिए बीज मिलेगा, यह कहा नहीं जा सकता। लेकिन तय माना जा रहा है कि शुरुआत में 4 एकड़ में ट्रायल किया जाएगा। जिसके बाद इनसे उत्पादित बीज से और खेती कर उत्पादन किया जाएगा। कृषि विभाग के मुताबिक हरे रंग की चावल की खेती करना तय है। अभी किसानों का चयन करना बाकी है। जिला कृषि अधिकार एनके पांडे ने बताया कि इस बार हरे चावल की खेती करने की तैयारी चल रही है। जिले में यह खेती पूरी तरह जैविक रूप में की जाएगी। इस खेती में रसायन खाद का उपयोग नहीं किया जाएगा। यह पूरी तरह जैविक होगा।
जानकारी के मुताबिक हरे चावल का बीज धमतरी जिले के किसान व वहां के कृषि विभाग की टीम के सहयोग से बीज लाया जाएगा। कितने एकड़ के लिए बीज मिलेगा, यह कहा नहीं जा सकता। लेकिन तय माना जा रहा है कि शुरुआत में 4 एकड़ में ट्रायल किया जाएगा। जिसके बाद इनसे उत्पादित बीज से और खेती कर उत्पादन किया जाएगा। कृषि विभाग के मुताबिक हरे रंग की चावल की खेती करना तय है। अभी किसानों का चयन करना बाकी है। जिला कृषि अधिकार एनके पांडे ने बताया कि इस बार हरे चावल की खेती करने की तैयारी चल रही है। जिले में यह खेती पूरी तरह जैविक रूप में की जाएगी। इस खेती में रसायन खाद का उपयोग नहीं किया जाएगा। यह पूरी तरह जैविक होगा।
जिले में जिंक, काला व लाल रंग के चावल की हो रही खेती
जिले में वर्तमान समय में लाल व काला रंग के चावल की खेती हो रही है। इस चावल की मांग आस्ट्रेलिया तक हो रही है। इस जैविक खेती से उत्पादित चावल को बेचकर किसान आत्मनिर्भर हो रहे हैं।
जिले में वर्तमान समय में लाल व काला रंग के चावल की खेती हो रही है। इस चावल की मांग आस्ट्रेलिया तक हो रही है। इस जैविक खेती से उत्पादित चावल को बेचकर किसान आत्मनिर्भर हो रहे हैं।