बैठक न ग्राम सभा का आयोजन, मेट का हो गया चयन
समूह की महिलाओं ने जताया विरोध, जांच व निष्पक्ष चयन प्रक्रिया नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी, जपं खैरलांजी के ग्रापं खैरी का मामला
<p>बैठक न ग्राम सभा का आयोजन, मेट का हो गया चयन</p>
बालाघाट.जनपद पंचायत खैरलांजी के अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरी में 19 समूहों की लगभग 150 महिलाओं ने जनपद पंचायत सदस्य पुष्पलता लिल्हारे के नेतृत्व में ग्राम पंचायत भवन पहुंची। जहां उन्होंने ग्राम रोजगार सहायक और सरपंच पर नियमानुसार मेट का चयन न करते हुए नियम विरुद्ध बिना ग्राम पंचायत की बैठक और ग्राम सभा के अनुमोदन के मेट का चयन करने का आरोप लगाया है। महिलाओं ने बताया कि इस मामले में जपं सीईओ को भी शिकायत की गई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जनपद पंचायत सदस्य पुष्पलता लिल्हारे ने बताया कि ग्राम पंचायत के सरपंच और रोजगार सहायक से चर्चा कर विरोध दर्ज किया गया है। लेकिन किसी ने भी उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद उनके द्वारा इस संबंध में सीईओ से भी शिकायत की गई है। लेकिन किसी तरह की जांच आज तक इस मामलें में नहीं हुई है। विवश होकर समूह की महिलाओं के साथ ग्राम पंचायत में आकर धावा बोलना पड़ा। यदि नियमानुसार समूह की महिला सदस्यों का चयन नहीं किया गया तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
रोजगार सहायक कमलेश बंडे ने बताया कि उन्होंने केवल 2 महिलाओं की जानकारी भेजी थी। किसी तरह का चयन करके नहीं भेजा था। 2 के स्थान पर 7 महिलाओं को प्रशिक्षण कैसे दिया गया है। यह भी उनके समझ से परे है। इसके लिए 40 श्रमिकों का समूह मेट का चयन करेगा ऐसे नियम है। साथ ही मेट की न्यूनतम योग्यता 8 वीं पास के साथ ही वह सक्रिय जॉबकार्ड धारी भी होना चाहिए। इन्हीं नियमों के आधार पर 2 महिलाओं का नाम ग्राम पंचायत द्वारा जनपद पंचायत को भेजा गया था।
सीईओ श्रुति चौधरी ने बताया कि महिलाओं के विरोध की जानकारी उनके संज्ञान में है। वह इसकी जांच कराएंगे। मेट के लिए न्यूनतम योग्यता 8 वीं पास है। साथ ही उन्हें सक्रिय जॉबकार्डधारी होना भी आवश्यक है। यदि कहीं गलती हुई है तो उसे सुधारा जाएगा।
इस दौरान जनपद सदस्य सहित उर्मिला तितरमारे, लक्ष्मी चौरागढ़े, सुनीता डोहरे, सरिता कावडे, निशा तितरमारे, सीमा तीतरमारे, डिलेश्वरी कावडे, इंदुकला राहुत, पुष्पकला लिल्हारे, कला बाई चौरागढ़े, उषा बिरनवार, उमेश्वरी बिसेन, यशोदा गोंदुड़े, मयूरी चौरागढ़े, छाया कावड़े सहित अन्य महिलाएं मौजूद थी।