कतर्नियाघाट क्षेत्र के बिछिया बाजार निवासी गंगा सागर के घर में कई दिनों से एक अजगर ने अपना डेरा जमा रखा था। जंगल से निकल कर आये अजगर ने गंगासागर के घर मे पली लगभग एक दर्जन मुर्गियों को अपना निवाला बना चुका था। देर रात अजगर को घर में टहलता देख लोगों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह उन्हें चकमा देकर छिप गया। सुबह परिवारीजनों विशालकाय अजगर को घर के आंगन में टहलता देखा, जिसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी। मौके पर पहुचे वनकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से अजगर को पकड़ने का प्रयास शुरू कर दिया। इस दौरान गांव में ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
अजगर को पकड़ते समय कई बार भारी भरकम अजगर लोगों के चंगुल से छूट कर भागने का प्रयास किया। पर स्थानीय तीन ग्रामीणों प्रेम सागर, त्रिभुवन यादव, घनश्याम गुप्ता ने आखिकार अजगर को दबोच लिया। तीनों व्यक्तियों के हाथ लहूलुहान हो गए अजगर का एक दांत भी उसके जबड़े से टूटकर प्रेम सागर नामक युवक के हाथ में गड़ गया। वन कर्मियों ने अजगर को अपने कब्जे में लेकर जंगल मे छोड़ दिया। अजगर के निकलने से इलाके में कई घण्टों तक अफरा तफरी का माहौल छाया रहा।