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इस सरकारी अस्पताल में आदमी नहीं आवारा पशु आते हैं इलाज करवाने

उपखंड मुख्यालय स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के हाल बिगड़ते जा रहे हैं। बात सफाई व्यवस्था की हो रही है। अस्पताल परिसर को साफ सुथरा रखने के लिए जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है, वहीं यहां इस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बगरूOct 23, 2020 / 08:26 pm

Ashish Sikarwar

उपखंड मुख्यालय स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के हाल बिगड़ते जा रहे हैं। बात सफाई व्यवस्था की हो रही है। अस्पताल परिसर को साफ सुथरा रखने के लिए जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है, वहीं यहां इस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

जयपुर/जमवारामगढ़. उपखंड मुख्यालय स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के हाल बिगड़ते जा रहे हैं। बात सफाई व्यवस्था की हो रही है। अस्पताल परिसर को साफ सुथरा रखने के लिए जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है, वहीं यहां इस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल परिसर की ओपीडी के समय आवारा पशु घूमते रहते हैं। ये अस्पताल आने वाले मरीजों के सामान में मुंह तक मार देते है।

 

मरीज और परिजन परेशान
मरीजों ने बताया कि मोटर साईकिल के बैग में खाने पीने-पीने के सामान के साथ फल-सब्जियों तक के बैग पर नजर बचते ही ये पशु मुंह मार कर उन्हें फाड़ देते हैं। ओपीडी में मरीजों व परिजनों के आसपास रखे सामान में भी मुंह मारना नहीं छोड़ते है। नजर चूकते ही नोंच डालते हंै। कई दफा हाथ में से थैली तक ले जाते हैं। यहां परिसर में ***** तक आ जाते हैं, ये अस्पताल के बाहर गंदे नाले में पड़े रहते है। गंदे नाले से निकलकर अस्पताल परिसर में घूमते रहते हैं। अस्पताल के ओपीडी, जनरल वार्ड, मरीजों के बैठने के लिए बने टीनशेड, बरामदा, मुर्दाघर के आसपास घूमते रहते हैं। इससे अस्पताल परिसर में गंदगी के साथ संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।

 

सफाई के प्रति लापरवाहीयहां ऐसी लापरवाही अस्पताल परिसर के गंदगी के हालात को बयां करती है। कहने को तो अस्पताल प्रशासन ने मवेशियों एवं सुअरों के परिसर में आने से रोकने के लिए मुख्य द्वार पर काऊ केचर भी लगाया था। काऊ केचर के बीच में सरियों के बीच जगह ज्यादा होने से अस्पताल आते समय एक युवती का पैर फंस गया था। तब अस्पताल प्रशासन ने सरिया कटवाकर युवती का पैर बाहर निकलवाने के साथ सरियों के बीच छोटी साइज के सरिए और लगवा दिए। इस कारण फिर मवेशी व वापस परिसर में आने लगे हैं।
परिसर की हो सफाई अस्पताल परिसर में पीछे की तरफ और मोर्चरी की ओर अच्छी तरह से साफ सफाई नहीं हो रही है। यहां उगे झाड़ फूंस से भी परिसर साफ सुथरा नजर नहीं आता है।

 

ग्राम पंचायत भी दे ध्यान क्षेत्र में अस्पताल व रिहायशी इलाके में सुअरों के गंदगी फैलाने पर ग्राम पंचायत प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन को भी ध्यान देना चाहिए। इससे अस्पताल में गंदगी और संक्रमण नहीं फैलेगा।
सूअर व मवेशियों की परिसर में रोकथाम के लिए मुख्यद्वार पर काऊ केचर लगा हुआ है। एवं मवेशियों को परिसर में आने से रोकने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
डॉ. राजेंद्रकुमार शर्मा, प्रभारी राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जमवारामगढ़

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