करड़ गांव में राशन की दुकान के पास कई लोगों की मौजूदगी के बीच हुई इस घटना ने पूरे गांव के लोगों को स्तब्ध कर दिया। बच्चे को बचाने के लिए कुछ लोग भागे भी लेकिन कुछ ही सैकेंड में आरोपी मंगलचंद रैगर ने गला काट दिया। और जब तक उसे हटाया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रक्त की फव्वार के साथ ही बच्चे की सांसें टूटती गई और कुछ ही मिनट में उत्तमचंद ने भी दम तोड़ दिया। घटना के बाद मौजूद लोगों ने आरोपी को पकड़ भी लिया और पुलिस को सूचना दी। घटना के बाद पूरा गांव घटनास्थल पर उलट गया।
कुछ को मलाल, कुछ बनाते रहे वीडियो
बच्चे के दम तोडऩे के बाद कुछ लोगों का इस बात का मलाल था कि कुछ सैकेंड पहले ही अगर पहुंच जाते तो शायद बच्चे की जिंदगी बच सकती थी लेकिन आरोपी के सिर इस कदर खून सवार था कि उसने कुछ ही सैकेंड के भीतर वारदात को अंजाम दे दिया। वहीं कुछ लोग वीडियो बनाने में ही व्यस्त रहे। घटनास्थल पर खून से सनी जगह से हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सातवीं कक्षा में पढ़ता था मासूम
जानकारी के अनुसार मासूम उत्तम गांव की सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ता था। वह स्कूल से अपना पौषाहार लेकर वापस अपने घर की ओर लौट रहा था। उत्तम के 5 बहनें एवं एक 7 वर्षीय छोटा भाई है। उत्तम की हत्या की सूचना मिलने के बाद मां मंजू देवी एवं पिता गोपाल लाल बार-बार बेहोश हो रहे थे। शव देखकर छोटा भाई व उसकी बहनें दीवार के एक कोने में खड़े होकर यह मंजर देख रहे थे। मृतक का पिता मजदूरी करता है।