Patrika public issue : उपभोक्ताओं की मांग बिजली बिल करें माफ

निराकरण के नाम पर मिल रहा सिर्फ किस्तों का आश्वासन, कनेक्शन कटने के डर से लोगों को जमा करना पड़ रहे हजारों रुपए के बिल

<p>Demand of consumers forgive electricity bill</p>

बड़वानी. लॉकडाउन से उबरने के बाद इस समय बिजली उपभोक्ता लगातार विद्युत कंपनी के चक्कर लगा रहे है। इसका कारण जून माह में जारी हुए हजारों रुपए के बिलों से उपभोक्ताओं के बजट गड़बड़ा गए है। बीते 20 दिनों से प्रतिदिन कंपनी कार्यालय में सैकड़ों उपभोक्ता बढ़े बिलों में संशोधन की मांग लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन अधिकारी समस्या सुनकर सिर्फ किस्तों में राशि जमा करने का ही विकल्प दे रहे है।
उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन के चलते मई माह में औसत बिल जारी हुए थे। इससे विद्युत कंपनी ने करीब सभी उपभोक्ताओं को बढ़े बिल जारी किए थे। इसके बाद लोगों ने शिकायतों का अंबार लगा दिया। हालांकि उपभोक्ताओं को लॉकडाउन के बाद बिल संशोधन का आश्वासन मिला था। ऐसे में 60 फीसदी लोगों ने बिल भी जमा नहीं किए थे। इसके बाद जून माह का बिल मीटर रीडिंग के आधार पर जारी हुए है, उसमें भी पूर्व बिलों के मुकाबले बिजली की खपत 2 से 4 गुना तक दशाई गई है। इससे उपभोक्ताओं को 30 से 40 हजार रुपए तक के बिल जारी हुए है। शासन के निर्देश पर कंपनी ने शिकायत निवारण शिविर भी लगाया, लेकिन वह भी महज औपचारिकता सिद्ध हुआ। अब भी प्रतिदिन सैकड़ों उपभोक्ता कंपनी के चक्कर लगाने को मजबूर है। वहीं बिल जमा करने की अंतिम तारीख खत्म होने के बाद अब उपभोक्ताओं को कनेक्शन कटने का डर सताने लगा है। ऐसे में कई लोग इधर-उधर या उधार राशि लेकर बिल जमा करने को मजबूर है।
एक ही राग अलाप कर समझा रहे अधिकारी
वार्ड क्रमांक 24 निवासी ओमप्रकाश भरसाकले ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर से बिजली का बिल लगातार बढ़ रहा है। दो माह पूर्व तक दो हजार से 2200 रुपए तक बिल जमा करवाया था। वहीं इस माह सीधे डबल होकर 4200 रुपए बिल आया हैं। इसको लेकर बिजली कंपनी के अधिकारियों को भी शिकायत की, लेकिन वो सिर्फ रीडिंग अनुसार बिल आने का राग अलाप कर समझाइश दे रहे है। साथ ही दो किस्त में बिल जमा करने का विकल्प दे रहे है।
सीएम हेल्प लाइन पर भी शिकायत की
इंद्रजीत सिंह सिसोदिया ने बताया कि भीलखेड़ा बसाहट में रहते है। पहले 200 रुपए तक बिल आता था। अब सीधे 1600 रुपए बिल आया है, जो उनके बजट से बाहर हो गया है। इसको कम करने को लेकर उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से निवेदन किया। साथ ही सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं आया। कनेक्शन नहीं कट जाए, इसलिए रुपए की व्यवस्था कर रहे है।
100-200 रुपए आता था बिल
सांईसिटी कॉलोनी निवासी वृद्धा निर्मला बाई ने बताया कि वह घर में अकेली सदस्य है। पहले 100-200 रुपए तक बिल आता था, जो वह भर देती थी। इस बार सीधे साढ़े तीन हजार रुपए का बिल आया हैं। अधिकारियों से विनती करने के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ। बिजली कटने के डर से रुपए जुटाकर पूरा बिल भरना पड़ा। अगले माह इतना बिल आया तो उसे जमा करना उनके लिए संभव ही नहीं हो पाएगा।

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