कई लोग पूरा उपचार नहीं लेते, कुछ समीप राज्य चले जाते हैं, इससे स्वस्थ व मौत के आंकड़े नहीं रहते स्पष्ट
बड़वानी. दो वर्ष से कोरोना महामारी ने जनजीवन को खासा प्रभावित किया है। वहीं इस दौरान टीबी बीमारी ने भी खूब कहर ढाया है। टीबी भी कोरोना महामारी पर भारी पडऩे लगी है। बीते ढाई वर्ष के दौरान इस बीमारी से चार हजार से अधिक लोग उपचार के लिए केंद्र पहुंचे है। इस दौरान 171 लोगों की मौत हुई है। वहीं बड़ी संख्या में ऐसे मरीज भी रहे, जिन्होंने निर्धारित अवधि तक उपचार नहीं लिया। साथ ही कई मरीज अन्य जिलों-राज्यों में उपचार करवाने गए।
इस वर्ष अब तक कोरोना के मिले 8 हजार से अधिक संक्रमित
बता दें कि पिछले वर्ष मार्च से इस वर्ष अब तक कोरोना के आठ हजार से अधिक संक्रमित मिले है। हालांकि इसमें दूसरी लहर के महज दो-ढाई माह में ही 70 प्रतिशत संक्रतिम पाए गए। वहीं दूसरी लहर में ही कोरोना से सर्वाधिक मौतें हुई है। वहीं इसके विरुद्ध टीबी रोग की तुलना की जाए, तो बीते ढाई वर्ष में इसके 4070 मरीज सामने आए है। इस दौरान 2600 से अधिक लोग उपचार पाकर स्वस्थ हुए है। 171 लोगों की मौत दर्ज हुई है। वहीं शेष मरीज ऐसे रहे, जिन्होंने पूरा उपचार नहीं लिया या तो उपचार करवाने गुजरात या अन्य स्थान चले गए।
नि:शुल्क होता है उपचार
जिला क्षय अधिकारी डॉ. प्रमोद गुप्ता ने बताया कि ऐसे मरीज जिनको दो सप्ताह तक खांसी की शिकायत रहती हैं, उनकी खंखार की जांच की जाती है। जांच में पॉजिटिव मिलने पर छह माह का सतत उपचार दिया जाता है। इस दौरान जांच व दवाईयां पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही पोषण आहार के लिए प्रतिमाह 500 रुपए उनके खातों में राशि दी जाती है। मरीज का वर्ष में प्रति तीन माह में रिकार्ड दर्ज किया जाता है। इस वर्ष अब तक तीन 809 मरीज दर्ज हुए है। इसमें से 59 स्वस्थ्य हो चुके है। शेष का उपचार जारी है। वहीं 26 लोगों की मौत हुई है।
तीन वर्ष की स्थिति
वर्ष- मरीज- स्वस्थ- मौत
2019- 1980- 1688- 84
2020- 1281- 1045- 61
2021- 809- 59- 26
इस वर्ष तीन तिमाही की स्थिति
तिमाही- मरीज- स्वस्थ- मौत
पहली- 460- 59- 23
दूसरी- 263- 00- 03
तीसरी- 86- 00- 00
इधर फिर आई शून्य रिपोर्ट
जिले में गुरुवार को कोरोना की रिपोर्ट फिर शून्य रही। इस दौरान सभी 871 सैंपल नेगेटिव रहे। जिले में फिलहाल एक भी सक्रिय मरीज नहीं है। जिले से अब तक कुल 173619 सैंपल जांच के लिए भेजे है। इसमेंसे 162159 सैंपल नेगेटिव और 8443 सैंपल पॉजिटिव रहे। 886 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। अब तक पाए गए मरीजों में से 8268 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके है। वहीं इस तक 175 लोगों की मौत हुई है।