Must Read: कार चालकों के लिए काम की वो 7 बातें, जिन्हें हमेशा करेंगे फॉलो तो हर सफर रहेगा सुहाना इस रिपोर्ट के अनुसार टेस्ला ने पिछले साल मॉडल 3 की 3,65,240 यूनिट्स बेचीं और बाजार में इसकी 12 फीसदी हिस्सेदारी है। इलेक्ट्रिक व्हीकल ने दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कारों की सूची में अपना स्थान सबसे ऊपर बनाए रखा।
दूसरी सबसे अधिक बिकने वाली ईवी Wuling HongGuang मिनी बनीं, जो चीन में खरीदारों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प है और दुनिया का सबसे बड़ा ईवी बाजार है। पिछले साल इसकी 1,19,255 यूनिट्स की बिक्री हुई।
वहीं, रेनॉ ज़ो (Renault Zoe) भी विशेष रूप से यूरोपीय बाजार समेत तमाम देशों के लिए एक व्यवहारिक विकल्प है और 1,00,431 इकाइयों की बिक्री के साथ दुनिया भर में ईवी बेचने वाला तीसरा सबसे अच्छा विकल्प साबित हुआ।
Must Read: पेट्रोल या डीजल में कौन से फ्यूल वाली कार रहेगी आपकी जेब पर हल्की, ऐसे जानें टेस्ला मॉडल वाई ने 79,734 यूनिट्स की बिक्री के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया और हुंडई कोना ने 65,075 यूनिट्स की बिक्री के साथ पांचवें स्थान पर कब्जा जमाया।
दुनिया भर में शीर्ष पांच सबसे ज्यादा बिकने वाली ईवी में दो कारें केवल टेस्ला की है और इसने फॉक्सवैगन जैसे स्थापित दिग्गजों को भी कहीं पीछे छोड़ दिया। फॉक्सवैगन ID.3 ईवी 56,937 इकाइयों की बिक्री के साथ छठी सबसे ज्यादा बिकने वाली कार थी लेकिन इसकी केवल 2% की बाजार हिस्सेदारी थी
प्रतिद्वंदी टेस्ला के साथ इस बड़े अंतर को खत्म करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन अमरीकी ईवी निर्माता भी अपनी गति और योजनाओं को तेजी दे रहा है। आखिरकार, मॉडल 3 ने HongGuang Mini और Zoe संयुक्त की तुलना में अधिक इकाइयों को बेच दिया है।
ध्यान देने की एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि HongGuang Mini ने काफी संख्या में कारें बेची हों, क्योंकि इसके दाम मॉडल 3 की तुलना में बहुत कम हैं। मूल्य निर्धारण के संदर्भ में यह Zoe है जो मॉडल 3 के करीब हो सकती है।