फरवरी रहा ग्रोथ का महीना, सुधार रहेगा जारी-
बी ते फरवरी माह में कुल पैसेंजर वाहनों का प्रोडक्शन 15.36त्न की ग्रोथ के साथ 2,252,877 यूनिट्स रहा। वहीं साल 2020 के इसी महीने में ये प्रोडक्शन 1,952,911 यूनिट्स था। पैसेंजर वाहनों की बिक्री फरवरी, 2021 में 17.92त्न की ग्रोथ के साथ 281,380 यूनिट्स रही, जो साल 2020 के इसी महीने में 238,622 यूनिट्स थी। फरवरी, 2021 में थ्री व्हीलर्स की बिक्री 27,331 यूनिट्स रही। हालांकि इसमें साल 2020 के इसी महीने में 41,300 यूनिट्स की तुलना में 33.82त्न की कमी आई है। फरवरी, 2021 में टू-व्हीलर्स की बिक्री 1,426,865 यूनिट्स रही। इसमें साल 2020 के 1,294,787 यूनिट्स की तुलना में 10.20त्न ग्रोथ दर्ज की गई है।
800 लिस्टेड कंपनियों पर रिसर्च –
क्रिसिल रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर पुशन शर्मा के अनुसार, 800 लिस्टेड कंपनियों पर किए गए रिसर्च से पता चलता है कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में की गई वेतन में कटौती को बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर द्वारा बहाल किया गया है। आइटी क्षेत्र में वृद्धि जारी है। इस कारण शहरी उपभोक्ताओं में खुद का वाहन खरीदने की भावना में सुधार हुआ है, जो 65 प्रतिशत पीवी सेल्स और 40 प्रतिशत टू-व्हीलर सेल्स के लिए जिम्मेदार है।
लोग तलाश रहे सुरक्षित ट्रांसपोर्ट –
क्रि सिल ने कहा कि नए मॉडल लॉन्च होने के साथ सुरक्षित पर्सनल ट्रांसपोर्ट ऑप्शन की तलाश पीवी और टू-व्हीलर्स की मांग बढ़ाएगी। इसके अलावा, कॉमर्शियल वाहनों की मांग अगले वित्त वर्ष में मजबूत होने की उम्मीद है। स्कूलों और ऑफिसों के धीरे-धीरे खुलने और रिटेल सेक्टर में तेजी से बसों और हल्के कॉमर्शियल वाहनों की मांग बढ़ेगी। इसके अलावा, पीवी और टू-व्हीलर को खरीदने की लागत में वृद्धि में भी कमी आएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 की कुल 8-11 फीसदी वृद्धि की तुलना में यह अगले वित्त वर्ष 3-4 प्रतिशत के बीच रहेगी।
तेजी से बढ़ रहा ई-कॉमर्स मार्केट-
भारत का ई-कॉमर्स मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। ग्लोबल फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी एफआइएस की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 तक इसमें 84 फीसदी की बढ़त आ सकती है। इसके करीब 8 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वृद्धि मोबाइल शॉपिंग से होगी, जो अगले 4 साल में सालाना 21 प्रतिशत बढऩे का अनुमान है। इसमें लगातार इजाफा होता रहेगा।