यह तकनीक सुनने में तो आम लगती है लेकिन इससे ना सिर्फ आपका कीमती समय बचेगा बल्कि आपका पैसा भी सुरक्षित रहेगा। सीलेंट तकनीक को इन-हाउस में विकसित किया गया है, और हवा बाहर न निकले इस तरह से डिज़ाइन किया गया है। 2.5 मिमी तक की चौड़ी कील के कारण हुए पंचर ख़ुद ही ठीक हो जाते हैं। यह तकनीक ऐसे लोगों के बड़े काम आएगी जो ज्यादातर समय अपनी बाइक पर बिताते हैं और उनका सारा काम बाइक से ही होता है।
नई तकनीक के बारे में बात करते हुए, CEAT टायर्स के मुख्य मार्केटिमग अधिकारी, अमित तोलानी ने कहा, “CEAT पंचर सुरक्षित टायर हमारे उपभोक्ताओं के समय और ऊर्जा को बचाने के लिए और किसी भी दोपहिया सवार के लिए सबसे आम समस्या से निपटने के उद्देश्य से शुरू किए गए हैं। टायर की इस रेंज की विशेषता ख़ुद ठीक होना है और हम मानते हैं कि बहुत सारे ग्राहक इससे आकर्षित होंगे।”
यह नए CEAT टायर निश्चित रूप से एक दोपहिया सवार के लिए सुरक्षा पहलू को बेहतर बनाने में मदद करेंगे, यह किसी भी संभावित दुर्घटनाओं को रोक सकते है जो पंचर टायर के कारण हो सकती है। इसके अलावा, कंपनी एक सुरक्षित हेक्सागोनल बॉक्स में नया पंचर सुरक्षित टायर दे रही है। टायर सात अलग-अलग आकारों में उपलब्ध हैं और लोकप्रिय मोटरसाइकिल जैसे – हीरो ग्लैमर, पैशन प्रो i3S, स्प्लेंडर +, स्प्लेंडर आईस्मार्ट, होंडा शाइन और यहां तक कि बजाज की पूरी रेंज में भी लग जाता है। फिल्हाल यह चुनिंदा दक्षिणी बाजारों में उपलब्ध होगा जैसे केरल, कर्नाटक में बैंगलोर और मैसूर के साथ-साथ तमिलनाडु में कोयंबटूर और सेलम।